Breaking
Fri. Jul 11th, 2025

क्या फिर लगेगा Lockdown? कई राज्यों में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच PM संग मुख्यमंत्रियों की बैठक आज

PM Modi Meeting With Chief Ministers: देश में कोरोना ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है. महाराष्ट्र, पंजाब, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. रोजाना दर्ज किए जाने वाले आंकड़े एक बार फिर 20 हजार को पार कर गए हैं. अब तक देश के 20 से ज्यादा जिलों में नाइट कर्फ्यू या लॉकडाउन का ऐलान हो चुका है.

इन सबके बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) एक बार फिर बुधवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे. दोपहर 12:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होने वाली यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है.

कोरोना के तेजी से बढ़े रहे मामलों के बीच महाराष्ट्र, पंजाब और गुजरात में लॉकडाउन (Lockdown) और नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) जैसे कई पाबंदियां लगा दी हैं.

रिपोर्ट्स की मानें प्रधानमंत्री की तो मुख्यमंत्रियों संग बैठक में कोरोना को फैलने से रोकने के लिए कई और सख्त प्रतिबंधों पर बात हो सकती है. यानी कुछ और इलाकों में लॉकडाउन, नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन जैसे प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं. हालांकि इसका फैसला तो कल होने वाली बैठक के बाद ही होगा.

उधर, महाराष्ट्र में मंगलवार को कोरोना के 17, 864 नए मामले दर्ज किये गए और इस दौरान 87 लोगों की मौत हो गई. महाराष्ट्र में बीते कई दिनों से कोरोना के आंकड़े 15 हजार से ज्यादा आ रहे हैं. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने लोगों को चेताया भी है कि अगर मामले ऐसे ही बढ़ते रहे तो संपूर्ण लॉकडाउन (Complete Lockdown) के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचता. उन्होंने कहा था कि हम लॉकडाउन नहीं लगाना चाहते लेकिन हमें इसके लिए मजबूर न करें.

वहीं, पंजाब में कोरोना के 1,475 नए मामले सामने आए और इस दौरान 38 लोगों की जान चली गई. इसके साथ ही पंजाब में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 2,01,036 पहुंच गया है और यहां 12,616 एक्टिव मामले हैं. राज्य में अब तक 1,82,283 लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं. उधर, केरले में कोरोना के 1,970 नए मामले सामने आए और इस दौरान 15 लोगों की जान चली गई. वैसे ही दिल्ली में 425 नए मरीज आए और इस दौरान 1 की मौत हो गई.

मालूम हो कि महाराष्ट्र में कोविड-19 की दूसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन मरीजों का पता लगाने, जांच करने, उन्हें एवं उनके संपर्क में आये व्यक्तियों को पृथक रखने पर बहुत सीमित सक्रिय प्रयास हो रहे हैं. एक केंद्रीय दल ने अपनी रिपोर्ट में यह बात कही है. इस रिपोर्ट के आधार पर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने महाराष्ट्र सरकार को पत्र लिखा है और कहा है कि नाइट क्फ्यू, वीकेंड लॉकडाउन जैसे कदमों का संक्रमण के प्रसार को रोकने पर बहुत सीमित प्रभाव है ऐसे में राज्य से कड़ी निषिद्ध रणनीतियां अपनाने तथा निगरानी एवं जांच बढ़ाने पर ध्यान देने की अपील की जाती है.

महाराष्ट्र को मुख्य सचिव सीताराम कुंते को भेजे एक पत्र में कहा है कि वैसे तो फिलहाल स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा पर्याप्त है लेकिन राज्य को समय रहते भीषणतम स्थिति की योजना बनानी चाहिए. केंद्रीय दल ने 7-11 मार्च के दौरान महाराष्ट्र की यात्रा की थी और उसने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि जिस तरह प्रशासनिक मशीनरी ने अगस्त-सितंबर, 2020 में कोविड-19 के रोकथाम के लिए काम किया, वैसी ही चुस्ती अब उसके अंदर लायी जानी चाहिए. रिपोर्ट में जांच काफी बढ़ाने एवं आईसीएमआर के नियमों का पालन करने पर बल दिया गया. उसमें कहा गया है, ‘संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आये व्यक्तियों की पहचान के लिए सघन अभियान, जांच एवं निषिद्ध क्षेत्र बनाने के अभाव में सामुदायिक संक्रमण फैल रहा है.’

Related Post