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चुनाव आचार संहिता के नाम पर व्यापार और व्यापारियों का नुकसान नहीं होना चाहिए – सुरेश सोन्थालिया

लोकतांत्रिक देश में आम चुनाव होना 5 साल की एक प्रक्रिया है। व्यापार दिन-रात बारह महीने चलते रहता है। चुनाव में आचार संहिता लगाना अच्छी बात है पर उतना ही जरूरी है कि व्यापार जिस तरीके से चलता है वह प्रभावित ना हो। व्यापार में, शहर के व्यापारी विभिन्न गांवों में, देहातों में, आदिवासी इलाकों की दुकानों में माल भेजते रहते हैं। समय-समय पर दौरा लगाकर अपने पैसे की वसूली भी करते हैं। काफी बड़ी रकम उनके पास जमा रहती है। इसी प्रकार सोना- चांदी के व्यापारी , तेल चावल व अन्य सभी सामानों के व्यापारी अपनी गाड़ियों में माल भरकर गांव-गांव बेचते हैं। सामान के पैसे जमा करते हैं। इस तरह से व्यापारियों के पास बहुत सारा पैसा और सोना-चांदी आभूषण आदि व्यापार संबंधित रहते हैं। अर्थव्यवस्था को चलाए रखने के लिए यह सब अनिवार्य है।
कैट के राष्ट्रीय सचिव सुरेश सोन्थालिया ने मुख्य चुनाव आयुक्त श्री राजीव कुमार को पत्र लिख कर निवेदन किया की चुनाव अचार संहिता के नाम पर व्यापारियों को बेवजह परेशान न किया जाये।

सुरेश सोन्थालिया ने कहा आगे शादी का मौसम भी शुरू होने वाला है। ऐसे समय माल की खपत बढ़ जाती है। इसी के साथ ग्रामीण क्षेत्र से बहुत से लोग नगद पैसे लेकर शहर में खरीदी करने आते हैं। कहने का तात्पर्य है कि बाजार में, यात्रा में, पैसे लेकर सफर करना व्यापारी की जरूरत बन जाता है। चुनाव की घोषणा होते ही आचार संहिता लग जाती है। चुनाव में भ्रष्टाचार ना हो, पैसे से चुनाव प्रभावित न हो, इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग दिशा-निर्देश देता रहता है। अर्थव्यवस्था चलाने के लिए व्यापारियों को नगद, सोने चांदी के आभूषण आदि लेकर यात्रा करना अनिवार्य है, तो दूसरी तरफ पैसे का चुनाव में दुरुपयोग ना हो यह भी सुनिश्चित करना जरूरी है।

कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स का हमेशा से मानना रहा है कि व्यापार और व्यापारी को प्रभावित न करते हुए आचार संहिता का पालन होना चाहिए। अगर पैसा या आभूषण ले जाने वाले के पास पैन कार्ड और बाकी दस्तावेज है तो इस प्रकार का सामान मिलने पर एक सूची बना ली जाए मगर उसका माल जब्त ना हो, बाद में वेरिफिकेशन हो सकता है। गलत मिले तो कार्रवाई भी की जा सकती है। मगर माल जब्त कर लेने से, पैसा जब्त कर लेने से, व्यापार बाधित होता है। कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स के राष्ट्रीय सचिव सुरेश सोन्थालिया ने चुनाव आयोग से मांग की है कि वे कोई ऐसा रास्ता निकालें कि सही व्यापारी अगर पैसे या आभूषण लेकर आ जा रहा है तो उसका माल जब्त नहीं किया जाए।