जोब्या में सोहराई जतरा मेला का हुआ आयोजन
चंदवा संवाददाता मुकेश कुमार सिंह की रिपोर्ट
पूर्व विधायक प्रकाश राम, जिला परिषद सदस्य सरोज देवी, पंचायत समिति सदस्य अयुब खान, उप मुखिया सुमन उरांव हुए शामिल
डंडी कुड़ूख, लुजरी, खड़िया नाच जतरा का मुख्य आकर्षण रहा
जोब्या सरना समिति ने नृत मंडलीयों को पुरस्कृत कर उन्हें सम्मानित किया
चंदवा। कामता पंचायत के जोब्या (दामोदर) में सरना समिति जोब्या द्वारा सोहराई जतरा मेला का आयोजन बुधवार को किया गया।
पाहन बिजेंद्र उरांव, पुजेर राजेन्द्र उरांव, ग्राम प्रधान सुले उराव, धर्म अगुआ चंद्रदेव उरांव, अमर उरांव, बंधन उरांव समेत उपस्थित महिला पुरुषों ने पुरे विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की।
अतिथि पूर्व विधायक सह भाजपा नेता प्रकाश राम, जिला परिषद सदस्य सरोज देवी, माकपा नेता सह कामता पंचायत समिति सदस्य अयुब खान, उप मुखिया सुमन उरांव, संजीव गुरु जी, भीम आर्मी के रवि शंकर जाटव, बसपा प्रखंड अध्यक्ष गौतम कुमार, आम आदमी पार्टी के राज जायसवाल, दिनेश प्रसाद शामिल हुए, इन सभी अतिथियों को स्वागत करते हुए उन्हें सरना समिति के द्वारा सम्मानित किया गया।
मंच का संचालन कौलेश्वर कुमार जाटव और दिनेश उरांव संयुक्त रूप से कर रहे थे।
दिपावली के दुसरे दिन सरना समिति के द्वारा प्रत्येक वर्ष यहां जतरा मेला का आयोजन किया जाता है।
मेले में इलाके से भीड़ उमड़ पड़ी थी।
पूर्व विधायक प्रकाश राम ने अपने संबोधन में कहा कि दिपावली के अवसर पर सोहराई जतरा मेला में झारखंड की सास्कृतिक को दिखाया बताया जाता है, आज इसे बरकरार रखने की आवश्यकता है, हम अपने पूर्वजों की संस्कृति को खोते जा रहे हैं, आज जल जंगल जमीन नष्ट हो रही है इसे बचाए रखने की जरूरत है।
जिला परिषद सदस्य सरोज देवी ने कहा कि दीपावली के शुभ अवसर पर यह सोहराई जतरा मेला हम सभी का पहचान है, इस पहचान को बचाना है।
पंचायत समिति सदस्य अयुब खान ने कहा कि इस तरह का आयोजन से आपसी प्रेम सद्भाव भाईचारा मजबूत होती है, साथ ही अपने पूर्वजों की संस्कृति को बचाने का संदेश इस जतरा मेला देती है।
शिक्षक महंगु उरांव, उप मुखिया सुमन उरांव, संजीव गुरु जी, भीम आर्मी के रवि शंकर जाटव, बसपा प्रखंड अध्यक्ष गौतम कुमार, आम आदमी पार्टी के राज जायसवाल, दिनेश प्रसाद ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
डंडी कुड़ूख, लुजरी, खड़िया नाच जतरा का मुख्य आकर्षण रहा।
जतरा में अम्बादोहर, जोब्या और हिसरी गाव से नृत मंडली टीम के सदस्य ढोल-नगाड़े के साथ नाचते – गाते शामिल हुए।
जतरा समिति के द्वारा इन सभी नृत टीम को झंडा, मिठाई और दो सौ एकावन रुपए देकर उन्हें सम्मानित किया गया।
आयोजन को सफल बनाने में शिक्षक महंगु उरांव, रंथु उरांव, वार्ड सदस्य गौरी उरांव, जतरू उरांव, राकेश बेक, राजेश उरांव, शिवब्रत उरांव, बीरबल उरांव, बिशनदेव उरांव, राजु कुमार उरांव, मंटु राम, बासदेव राम, हरीलाल उरांव, मुनेश्वर उरांव, रतनू उरांव, संदीप उरांव, मदन उरांव, सुनील उरांव, ललु उरांव, मकदु उरांव, जोहन उरांव, विशाल परहैया, कमेश उरांव, चंदन उरांव, अनिता देवी, बिनेशरी उरांव, सोमंती उरांव, मुनेशरी उरांव, बंधनी उरांव, रिशु उरांव, सोमती लकड़ा, राम दुलारी उरांव, पुष्पा उरांव, मांती उरांव, सालो उरांव, अनिता उरांव आदि का सराहनीय योगदान रहा।