*लंबी दूरी की मोसाफिर व मालवाहक गाड़ियों को छोड़ शेष कारोबार पर बंदी का असर नहीं है।*
चतरा 23 नवम्बर प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी संगठन का तीन दिवसीय बंदी का आज पहला दिन है। चतरा जिला मुख्यालय से चलने वाली लंबी दूरी की सवारी व मालवाहक गाड़ियां नहीं चली। दुकान व अनय कारोबार पर बंदी का असर नहीं रहा। एक करोड़ रुपये का इनामी माओवादी पोलित ब्यूरो सदस्य प्रशांत बोस एंव इनकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तार के विरोध में उक्त बंदी का एलान किया गया है।
लंबे अरसे के बाद प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी ने बंदी कर चतरा जिले में अपनी उपस्थिति दर्ज कराया। 23 नवम्बर से 25 नवंबर तक बिहार, झारखंड, उत्तरी छत्तीसगढ़ व उत्तर प्रदेश में बंद का एलान संगठन के द्वारा दिया गया है। बंदी के दौरान पानी, दूध, दवा दुकान, अस्पताल, एंबुलेंस व अग्निशमन सेवा को मुक्त रखा गया है। प्रतिबंधित उक्त संगठन के द्वारा नवम्बर महीने में, यह दूसरा बंदी का एलान किया गया है। बंदी को लेकर लोगों में भिन्न- भिन्न प्रकार की प्रतिक्रियाऐं हैं। उक्त नक्सली संगठन के पूर्व प्रभाव वाले प्रखंड मुख्यालय से भी लंबी दूरी की यात्री व मालवाहक गाड़ियों की नहीं चलने की सूचना है।लेकिन रोजमर्रा की शेष कारोबार पर बंदी का असर फिलहाल नहीं है। पूर्व निर्धारित सरकारी कार्यक्रम सुचारू रूप से चलाता रहा।सरकारी कार्यालयों एंव शिक्षण संस्थान भी आम दिनों की तरह खुले रहे। खबर लिखे जाने तक बंदी को लेकर जिले भर से कोई अप्रिय सूचना नहीं मिली है।