नई दिल्ली: अजकल निवेश में बिना माथापच्ची के बेहतर रिटर्न पाने के लिए लोग FD और PPF की ओर बढ़ रहे हैं। पीपीएफ के साथ एक शर्त है कि इसका लॉकिंग पीरियड कम से कम 15 साल का होता है। वहीं FD के लिए ऐसी कोई बाध्यता नहीं है। पर निवेशकों को ये बता दें कि बैंक में FD की बजाय यदि वे कॉरपोरेट FD कराते हैं तो ज्यादा रिटर्न मिलेगा।
कॉरपोरेट FD में ब्याज दर बैंक के मुकाबले ज्यादा है। बस यहां थोड़ी सी माथापच्ची करनी होगी क्योंकि बैंक के बजाय कॉरपोरेट FD थोड़ा ज्यादा रिस्की होता है। दरअसल कॉरपोरेट एफडी कंपनी की ओर से होता है। बशर्ते कि इसमें ध्यान देने की जरूरत होती है कि कंपनी कैसी है और उसका फ्यूचर कैसा होगा।
इसलिए इसमें कंपनी की रेटिंग का खास ख्याल करना पड़ता है। रेटिंग के आधार पर कंपनी चुनने के बाद उसमें निवेश करने पर तय समय के बाद अच्छा रिटर्न मिल सकता है। बैंक बाजार डॉट कॉम के मुताबिक कई ऐसी कंपनियां हैं जिसमें एफडी का इंट्रेस्ट रेट फिलहाल 9 फीसदी तक है। वहीं बैंक में एफडी पर इंट्रेस्ट रेट 7 फीसदी से भी कम है।
ऐसे होती है रेटिंग :
उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक हॉकिंस कुकर पर एफडी की ब्याज दर 9 प्रतिशत है। यहां 12 से 36 महीने का लॉकिंग परियड है। 12 मार्च 2021 के मुताबिक हॉकिंस कुकर की सिक्योरिटी रेटिंग ”एमएए/आईसीआरए द्वारा स्थिर” है। ऐसे ही दूसरी कंपनियों की रेटिंग और ब्याज दर देखकर उसमें निवेश किया जा सकता है।