जमशेदपुर। जमशेदपुर के निजी स्कूल नौ माह बाद पठन-पाठन के लिए खुल गए। हालांकि, यह बोर्ड परीक्षा के छात्रों के लिए खोले गए, ताकि ये छात्र अपनी शंकाओं का समाधान कर सकें। सरकार के निर्देश का पालन करते हुए निजी स्कूलों ने व्यापक तैयारी की है।
छात्रों की क्षमता के अनुसार एक कमरे में 15-20 बच्चों को बैठाया जा रहा है। कहीं-कहीं एक कमरे में 12 बच्चे भी बैठाएं जा रहे हैं। कई स्कूलों ने अपने छात्रों को अल्टरनेट डे पर बुलाया है ताकि छात्रों की संख्या ज्यादा न हो। कई स्कूलों ने अपने स्कूल के संसाधनों का पूरा उपयोग करते सभी छात्रों को शपथ पत्र के साथ बुलाया है। आइसीएसई व सीबीएसई स्कूलों ने प्रैक्टिकल व थियोरी के लिए अलग-अलग कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। आइसीएसई स्कूलों में प्रैक्टिकल व थियोरी एक साथ होंगे। बच्चों को छह से बारह ग्रुपों में बांटा गया है।
दसवीं में उपस्थिति 50-60 प्रतिशत, 12में उपस्थिति 90 प्रतिशत
निजी स्कूल खुलने के बाद प्रारंभिक आंकड़ों की बात करें तो पहले दिन दसवीं के छात्रों की उपस्थिति 50 से 60 प्रतिशत रही। हालांकि 12वीं में उपस्थिति 90 प्रतिशत है। प्रिंसिपलों का मानना है कि एक-दो दिन में दसवीं के छात्रों की संख्या बढ़ जाएगी। मालूम हो कि एलएफएस स्कूल टेल्को ने अभिभावकों द्वारा सहमति न दिए जाने के कारण दसवीं की ऑफलाइन कक्षाएं लेने से मना कर दिया है।
शपथ पत्र लाने वाले बच्चों को ही दिया जा रहा प्रवेश
जो बच्चे अभिभावकों का सहमति पत्र साथ ला रहे हैं, उन्हें ही विद्यालय में प्रवेश करने दिया जा रहा है। जिनके पास सहमति पत्र नहीं है, उन्हें वापस भी भेज दिया जा रहा है। स्कूल में प्रवेश करने से पहले स्कूल प्रबंधन द्वारा छात्रों का तापमान मापा जा रहा है, उसके बाद हाथों को सैनिटाइज करने के बाद कक्षाओं में प्रवेश कराया जा रहा है। स्कूलों की ओर से बताया गया है कि प्रत्येक दिन कक्षाओं को सैनिटाइज किया गया। वहीं प्रैक्टिकल रूम को दिन में चार बार सैनिटाइज कराया जाएगा।
डीएवी बिष्टुपुर में आज होगी बैठक
डीएवी बिष्टुपुर में स्कूल खोलने पर निर्णय सोमवार को होने वाली बैठक में होगा। इस बैठक के बाद ही अभिभावकों को निर्देश जारी किए जाएंगे। वहीं सेंट मेरीज इंग्लिश हाई स्कूल बिष्टुपुर में ऑफलाइन कक्षाएं अभी एक सप्ताह तक नहीं करने का फैसला पहले ही ले रखा है।