महुआडांड़
गाइडलाइन के अनुरूप निदान फाउंडेशन रांची के द्वारा महुआडांड़ के विभिन्न ग्रामों में नहीं बांटी जा रही है बकरियां। महुआडांड़ में कुल 4 करोड़ 80 लाख का बकरी का वितरण संस्था को करना है।
विभिन्न ग्रामों में निदान फाउंडेशन के द्वारा महिला स्वालंबन योजना के तहत लोगों की आय वृद्धि हेतु बकरी का वितरण किया जा रहा है। जिसमें एक यूनिट में चार बकरी तथा एक बकरा दिया जा रहा है। सरकार के गाइड लाइन के अनुसार लाभुकों को सभी लाभुकों को चार बकरी जिसमें प्रत्येक बकरी का वजन 10 से लेकर 15 किलो के बीच होना चाहिए था लेकिन संस्था के द्वारा महुआडांड़ के विभिन्न ग्रामों में इससे कम वजन का बकरी बांटी गई है। जिसमें किसी भी बकरी का वजन 10 किलो नहीं है सभी 10 किलो से कम के हैं। ग्रामीणों के द्वारा एक बकरी का वजन किया गया तो बकरी का वजन 5.500 किलोग्राम था।
12 से 18 किलो के बीच वितरण करना है बकरा।
वही चार बकरी के बीच में एक बकरा देना है जिसका वजन 12 से लेकर 18 केजी तक होना चाहिए था। लेकिन किसी भी बकरे का वजन 10 किलो भी नहीं है। वही बता देगी ग्राम वरदौनी कला में 24 फरवरी को लाभुकों के बीच बकरी का वितरण किया गया था। जिसमें 27 फरवरी को जोसेफ तिर्की, शुकरा नगेसिया, देवंती कुरवाईन, सुरजन्ती देवी, इतने लोगों का एक एक बकरी मर गई है। वही सुखराम नागेशिया का दूसरा बकरी 3 मार्च को तथा अनोरा कुजूर का एक बकरी 2 मार्च को मर गई। वही बता दे कि निदान फाउंडेशन संस्था के द्वारा जो बकरी दिया जा रहा है उसमें अधिकतर बकरियां बीमार है और कई मरने की कगार पर है।
महुआडांड़ में 459 – 60 यूनिट बकरी का करना है वितरण।
जानकारी के अनुसार कृषि तकनीकी प्रबंधन अभिकरण (आत्मा) के द्वारा निदान फाउंडेशन को बकरी बांटने हेतु स्वीकृति प्रदान की गई थी। पूरे लातेहार जिले में 2000 यूनिट बांटना था। वही महुआडांड़ में 459 – 60 यूनिट बकरी बांटनी थी। और संस्था को इसकी जानकारी प्रखंड के कृषि तकनीकी प्रबंधक को देनी थी। लेकिन बिना जानकारी दिए हुए निदान फाउंडेशन के द्वारा महुआडांड़ में बकरी का वितरण किया जा रहा है।
कृषि तकनीकी प्रबंधक ने कहा हमें नहीं है बकरी वितरण की जानकारी।
इस संबंध में महुआडांड़ प्रखंड कृषि तकनीकी प्रबंधक राहुल कुमार सिंह ने बताया कि निदान फाउंडेशन रांची के द्वारा जो बकरी का वितरण महुआडांड़ की विभिन्न गांव में किया जा रहा है इसकी जानकारी हमें नहीं है संस्था के द्वारा बकरी वितरण की जानकारी नहीं दी गई है। बकरी कहां-कहां बांटी गई कितनी बांटी गई और गाइडलाइन के अनुरूप बांटी गई है या नहीं इसकी जानकारी मुझे नहीं है।
एसडीओ ने कहा जांच उपरांत की जाएगी कार्रवाई।
वही इस संबंध में महुआडांड़ अनुमंडल पदाधिकारी नित निखिल सुरीन ने कहा कि अगर संस्था के द्वारा मानक के अनुरूप बकरी का वितरण नहीं किया जा रहा होगा तो संस्था पर जांच उपरांत विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
पूरे जिले में 4 करोड़ 80 लाख के बकरी का करना है संस्था को वितरण।
बताते चलें कि यह संस्था रांची की है। निदान फाउंडेशन संस्था के अध्यक्ष का नाम मनीष कुमार है एवं सचिव का नाम विजय शुक्ला है। इस संस्था के माध्यम से 2 हजार यूनिट पूरे जिला में बकरी का वितरण करना है। जिसमें संस्था को सरकार के द्वारा प्रति यूनिट के लिए ₹24000 दी जा रही है। अगर दो हजार यूनिट का पैसा जोड़ा जाए तो कुल 4 करोड़ 80 लाख का बकरी का वितरण संस्था को करना है। जिसमें महुआडांड़ में लगभग 460 यूनिट जिसकी कीमत एक करोड़ 40 लाख के लगभग आती है। अगर संस्था के द्वारा मानक के अनुरूप बकरी का वितरण नहीं किया जा रहा है तो लाभुक इस तरह अपने हक से वंचित हो रहे हैं। और सरकार की योजना धरातल पर सही से नहीं उतर पा रही है और लाभुकों को संस्था के द्वारा हक मारा जा रहा है।
दिया गया बकरी मानक के अनुरूप नहीं है।
वही बरदौनी कला ग्राम के लाभुक जोसेफ तिर्की सुकरा नगेसिया, ढकनू नागेशिया, सुखराम नागेशिया, देवंती कोरमाइन, सुरजन्ती कोरवाईन,सिपतईन देवी, इग्नेशिया मिंज, अनोरा कुजुर आदि लाभुकों का कहना है कि संस्था निदान फाउंडेशन रांची के द्वारा जो बकरी दिया गया वह मर रहा है और अधिकतर बकरी बीमार है जो कभी भी मर सकती है। जितना भी बकरी का वितरण हम लोगों के बीच किया गया है सभी का वजन 10 किलो से कम है। हम लोगों को इस बात की जानकारी नहीं थी की सरकार के द्वारा हम लोगों को जो चार बकरी दिया जा रहा है उसका वजन 10 किलो से 15 किलो तक होना है और वही जो एक बकरा दिया जा रहा है उसका वजन 12 से 18 किलो तक होना है। हम लोगों को जो बकरी दिया गया वह एक भी बकरी मानक के अनुरूप नहीं है।
पूर्व में भी बकरीद वितरण पर जताई गई थी आपत्ति।
ज्ञात हो कुछ दिन पूर्व महुआडांड़ के हामी पंचायत में निदान फाउंडेशन रांची के द्वारा बकरी का वितरण किया गया था जिस पर लोगों ने आपत्ति जताई थी। उस वक्त महुआडांड़ प्रखंड प्रमुख जॉन वाल्टर के द्वारा इस पर आपत्ति जताते हुए संस्था के लोगों से शिकायत की गई थी साथ ही यह खबर विभिन्न अखबारों में भी छपी थी जिसके बावजूद भी संस्था के द्वारा महुआडांड़ की विभिन्न गांव में अभी भी सरकार के मानक के अनुरूप बकरियों का वितरण नहीं किया जा रहा है।
संवाददाता शहजाद आलम महुआडांड़ से रिपोर्ट बबलू खान की