घाटशिला:-छठ महापर्व को लेकर राज्य सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का भाजपा ग्रामीण जिला कमिटी ने विरोध किया हैं। मऊभंडार स्थित भाजपा पार्टी कार्यालय में सोमवार को भाजपा के जिला उपाध्यक्ष विजय पांडेय ने संंवादाता
सम्मेलन के माध्यम से राज्य सरकार के इस निर्देश को तुष्टिकरण की राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि सरकार लगातार तुगलकी फरमान जारी कर हिन्दू धर्मावलम्बियों की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रही है जिसका वे लोग घोर निंदा करते हैं। उन्होंने मांग किया कि सरकार अविलंब अपनी तुगलकी फरमान को वापस लेते हुए नदी एवं तालाब किनारे छठ मनाने की अनुमति प्रदान करें। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा की आखिर सरकार किसे खुश करने के लिए इस तरह के कदम उठा रही हैं। दुर्गा पूजा एवं काली पूजा के बाद सरकार अब छठ महापर्व पर रोक लगाने की मंशा से सख्त निर्देश जारी कर रही हैं। भाजपा नेता ने कहा कि कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए सरकार की चिंताएं एक हद तक वाजिब हो सकती है लेकिन इसकी आड़ में लगातार एक धर्म विशेष के लोगों के खिलाफ कदम उठाना जायज नहीं ठहराया जा सकता हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के निर्देश पर ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हिंदुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। छठ सिर्फ पूजा नहीं बल्कि लाखों-करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़ा त्योहार हैं। जल में प्रवेश कर ही अर्घ्य देने का विधान हैं। छठ को लेकर एक अलग ही तरह का उत्साह देखने को मिलता हैं। उन्होंने मांग किया कि सरकार अपने निर्णय पर पुनर्विचार कर श्रद्धालुओं को राहत प्रदान करें।
* सरकार निर्णय वापस ले, अन्यथा सड़क पर उतरकर होगा आंदोलन-संजय अग्रवाल
भाजपा के जिला उपाध्यक्ष संजय अग्रवाल ने भी सरकार के फैसले का विरोध करते हुए इसे वापस लेने की मांग की हैं। उन्होंने कहा कि छठ महापर्व प्रत्यक्ष देव की पूजा का त्योहार हैं। देश-विदेश में बड़ी संख्या में लोग छठ मनाते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य की जनता, विशेषकर हिंदुओं के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है जिसका वे लोग निंदा करते हैं। सरकार से मांग करते हुए चेताया कि यदि निर्णय को वापस नहीं लिया जाता है तो भाजपा सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को बाध्य होगी।
* राज्य में चल रही तानाशाह सरकार-राहुल पांडेय
भाजपा के घाटशिला मंडल अध्यक्ष राहुल पांडेय ने राज्य की हेमंत सोरेन सरकार को तानाशाह सरकार करार दिया हैं। उन्होंने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन कांग्रेस के इशारे पर हिन्दू विरोधी काम कर रहे हैं। कोरोना महामारी के बीच जब चुनाव हो सकते है तो फिर पूजा पर रोक क्यों। छठ महापर्व प्रकृति की पूजा से जुड़ा त्योहार है जहां उगते सूर्य के साथ डूबते सूर्य को भी अर्घ्य देकर पूजा की जाती हैं। ऐसे त्योहार पर सख्ती बरत कर आखिर सरकार क्या संदेश देना चाहती हैं। उन्होंने राज्य की आपदा प्रबंधन विभाग को स्वयं ही आपदा करार देते हुए मांग किया कि सरकार अपने फैसले पर पुनर्विचार करे ताकि लोगों की आस्था आहत नहीं हो।
* सरकार के खिलाफ होगा आंदोलन : विशु-हरप्रीत
भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी हरप्रीत सिंह एवं विशु दंडपात ने भी राज्य सरकार के निर्णय की घोर निंदा करते हुए इसे तुगलकी फरमान करार दिया। साथ ही नए निर्देश जारी करने की मांग की हैं। नेताद्वय ने कहा कि यदि सरकार उनलोगों की मांग नहीं मानती है तो जोरदार आंदोलन किया जाएगा।
घाटशिला कमलेश सिंह