भारत के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर कपिल देव को दिल का दौरा पड़ने की खबरें आई हैं। मीडिया में आई रिपोर्टस के अनुसार कपिल की दिल्ली के एक अस्पताल में एंजियोप्लास्टी हुई है। फिलहाल उनकी हालत स्थिर है। बताया जा रहा है कि वह खतरे से बाहर हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और क्रिकेट जगत में बेहतरीन ऑलराउंडरों में शुमार कपिल देव ने 1983 में भारत को पहला विश्व कप में दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई थी।
कपिल मधुमेह से संबंधित परेशानियों से भी पिछले कुछ समय से जूझ रहे थे। फिलहाल उनकी स्थिति के बारे में और जानकारी का इंतजार है।
इस बीच कपिल के स्वास्थ्य से जुड़ी खबरों के सार्वजनिक होते ही उनके लिए दुवाएं शुरू हो गई हैं। सोशल मीडिया पर लोग लगातार वर्ल्ड कप जीताने वाले अपने पहले कप्तान के अच्छे स्वास्थ्य की कामना कर रहे हैं।
कपिल की कप्तानी में भारत ने जीता था 1983 में वर्ल्ड कप
कपिल देव की कप्तानी में भारत ने पहली बार 1983 में क्रिकेट का वर्ल्ड कप जीता था। लॉर्ड्स में हुए इस टूर्नामेंट के फाइनल में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चैम्पियन वेस्टइंडीज को हराया था। ये भारत के क्रिकेट इतिहास में एक नया मोड़ था।
कपिल ने इस वर्ल्ड कप में 12 विकेट झटके थे और 303 रन बनाए थे। साथ ही उन्होंने इस टूर्नामेंट में सात कैच भी पकड़े थे। कपिल को इस टूर्नामेंट में जिम्बाब्वे के खिलाफ एक बेहद अहम मैच में खेली गई नाबाद 175 रनों की पारी के लिए भी याद किया जाता है। भारत ने इस मैच में 17 रन पर 5 विकेट गंवा दिए थे। भारत के लिए इस मैच को जीतना बेहद जरूरी था।
ऐसे में पांच विकेट गिरने के बाद दुनिया ने कपिल देव की जादुई पारी देखी जिसने भारत को आखिरकार टूर्नामेंट के फाइनल तक पहुंचाया।
कपिल ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 131 टेस्ट और 225 वनडे मैच खेले। उनके नाम टेस्ट में 5248 रन हैं। साथ ही उन्होंवे 434 विकेट भी झटके हैं। वहीं, वनडे इंटरनेशनल में उन्होंने 3783 रन बनाए हैं और उनके नाम 253 विकेट भी हैं। कपिल ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ फरीदाबाद में साल 1994 में खेला था। यह वनडे मैच था।
सूत्रों के अनुसार