खुंटी :झारखंड लिबरेशन टाइगर (जेएलटी) से पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI) बने इस नक्सली संगठन के सुप्रीमो दिनेश गोप का संगठन अब खूंटी में बिखरने लगा है। एक-एक कर उसका एरिया साफ होने लगा है। पार्टी के हार्डकोर गिरफ्तार होते जा रहे हैं और पार्टी का दबदबा कमजोर होता जा रहा है।
बीते एक अगस्त को दो लाख रुपए के इनामी हार्डकोर उग्रवादी दीत नाग की गिरफ्तारी से खूंटी में पीएलएफआइ का सबसे मजबूत खंभा को पुलिस ने गिरफ्तार कर पार्टी की कमर ही तोड़ दी है। जानकारी हो कि खूंटी एसपी आशुतोष शेखर के नेतृत्व में पुलिस लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रही है. इस वजह से इस वर्ष खूंटी जिले में पीएलएफआइ उग्रवादी संगठन बैकफुट पर आ गयी है। पिछले 7 महीनों की बात करें तो खूंटी पुलिस पीएलएफआइ के हार्डकोर नक्सली दीत नाग समेत 20 उग्रवादियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
* नक्सली गतिविधियों में आयी कमी
पुलिस और सीआरपीएफ जवानों द्वारा लगातार की जा रही छापेमारी अभियान से पीएलएफआइ उग्रवादियों को जहां काफी नुकसान उठाना पड़ा है वहीं पुलिस के द्वारा की जा रही इस कार्रवाई में उग्रवादियों की कमर टूट गयी है। जिसके कारण नक्सली गतिविधियों मे कमी आयी है. वहीं इस मामले में खूंटी जिले के एसपी आशुतोष शेखर का कहना है कि यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी. नक्सली संगठनों के किसी भी मंसूबों को सफल नहीं होने दिया जाएगा.।
* दिनेश गोप ने किया था PLFI का गठन
PLFI के सांगठनिक संरचना पर गौर करें, तो पता चलता है कि सुप्रीमो दिनेश गोप की अगुवाई में युवा अपराधियों का संगठन है। इसमें युवकों को शामिल किया गया है, उनके हाथों में हथियार थमाए गये और लेवी की मोटी रकम वसूलवाया जा रहा। इलाके में चल रहे विकास कार्य और व्यवसायियों को डरा धमका कर उनसे लेवी वसूलते हैं. विरोध करने पर गोली मार कर हत्या कर देते हैं।
* PLFI के दो उग्रवादियों की चर्चित जोड़ी को मार गिराना चुनौती
पीएलएफआइ के दो नक्सलियों की चर्चित जोड़ी को मार गिराना या गिरफ्तार करना पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है। इसमें एक है पीएलएफआइ का सुप्रीमो दिनेश गोप और दूसरा पीएलएफआइ का जोनल कमांडर जिदन गुड़िया है. झारखंड सरकार ने सुप्रीमो दिनेश गोप के ऊपर 25 लाख और जिदन गुड़िया के ऊपर 15 लाख का इनाम की घोषित भी कर रखा है। पुलिस को लंबे समय से जिदन गुड़िया की तलाश है. कई बार सर्च अभियान भी चलाया गया, लेकिन इसके बावजूद भी जिदन गुड़िया पकड़ से बाहर है. वहीं पीएलएफआइ का सुप्रीमो दिनेश गोप भी पुलिस के लिये लगातार चुनौती बना हुआ है. उसकी एक तस्वीर तक पुलिस के पास नहीं है. बता दें कि टेरर फंडिंग के मामले में एनआइए ने दिनेश गोप को स्थाई तौर पर फरार घोषित किया है।