चाईबासा: प्रज्ञा केंद्र और सदर अस्पताल के नाम पर साइबर ठगी के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। अपराधी सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का झांसा देकर लोगों से ओटीपी साझा करवा रहे हैं और उनके बैंक खातों से पैसे निकाल रहे हैं।
कैसे हो रही है ठगी?
साइबर अपराधी फोन कर सरकारी सहायता राशि देने का लालच देते हैं। उनके पास नाम, मोबाइल नंबर, पति का नाम, पता, और बच्चे के जन्म की तारीख जैसी विस्तृत जानकारी होती है। फोन पर ओटीपी मांगने के बाद पैसे उड़ा लिए जाते हैं।
प्रज्ञा केंद्र और अस्पताल पर सवाल
पीड़ितों का कहना है कि अपराधियों के पास जो जानकारी है, वह या तो अस्पताल और प्रज्ञा केंद्र से लीक हुई है या सिस्टम हैक कर निकाली गई है। इस डेटा के लीक होने से गरीब और जरूरतमंद लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।
प्रशासन से जांच की मांग
स्थानीय लोगों ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच और प्रज्ञा केंद्र व अस्पतालों में डेटा सुरक्षा के ठोस उपायों की मांग की है। दोषियों को पकड़कर सख्त कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
क्या करें अगर आप ठगी का शिकार हो जाएं?
1. किसी भी अज्ञात कॉल पर निजी जानकारी या ओटीपी साझा न करें।
2. ठगी का शिकार होने पर तुरंत 1930 हेल्पलाइन पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराएं।
3. नजदीकी पुलिस स्टेशन में घटना की रिपोर्ट करें।