जमशेदपुर: झारखंड बंगला भाषा उन्नयन समिति के प्रदेश सचिव राजेश राय के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में बांग्लादेश में विश्वकवि रवीन्द्रनाथ टैगोर की मूर्ति को तोड़ने और हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ रोष व्यक्त किया गया।
ज्ञापन में कहा गया है कि बांग्लादेश में रवीन्द्रनाथ टैगोर की मूर्ति तोड़ना हिंदू समाज के लिए एक अपमानजनक घटना है। समिति के सदस्यों ने इस प्रकार की घटनाओं को न केवल सांस्कृतिक अपमान बल्कि मानवता के खिलाफ भी बताया। उन्होंने यह भी कहा कि जब भारत ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ के आदर्श पर आधारित है, तब पड़ोसी देश में ऐसी घटनाएं चिंताजनक हैं।
समिति ने बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे क्रूर अत्याचारों और हत्याओं का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह स्थिति न केवल बांग्लादेश में रहने वाले हिंदुओं के लिए, बल्कि पूरे विश्व के लिए चिंता का विषय है।
ज्ञापन में मांग की गई है कि सरकार इस मामले में जल्द से जल्द संज्ञान ले और उचित कार्रवाई करे। समिति के सदस्यों ने यह भी स्पष्ट किया कि राजनीतिक दलों को बंगाली समाज को केवल वोट बैंक के रूप में नहीं देखना चाहिए, बल्कि उन्हें उचित सम्मान और अधिकार देने की दिशा में काम करना चाहिए।
समिति के इस ज्ञापन ने स्थानीय समुदाय में एकजुटता और जागरूकता का संचार किया है, और यह उम्मीद जताई है कि सरकार इस गंभीर मुद्दे पर ध्यान देगी।