अपनी संस्कृति एवं परंपराओं को सहेजने की जरूरत: विनोद उरांव

*अपनी संस्कृति एवं परंपराओं को सहेजने की जरूरत: विनोद उरांव*

दीपक मिश्रा की रिपोर्ट

लातेहार:- जिला परिषद सदस्य विनोद उरांव ने कहा कि हमें अपनी संस्कृति एवं परंपरा को सहेज कर रखने की दरकार है। उन्होनें कहा कि प्राचीन काल के हमारे पूर्वजों ने हमें विरासत में यह परंपरा दी है और हमें इसका निवर्हन करना है। विनोद उरांव सोमवार को सदर प्रखंड के पेशरार पंचायत के सकवार गांव में आयोजित जितिया जतरा समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होनें कहा कि आदिवासियों के हर पर्व व त्यौहार प्रकृति से जुड़े होते हैं आदिवासी प्रकृति में रहना व बसना अधिक पंसद करते हैं। हमें आदिवासी परंपरा का संरक्षण करना है इससे पहले आयोजन समिति के सदस्यों के द्वारा श्री उरांव एवं अन्य अतिथियों का पांरपरिक रूप से पगड़ी पहना कर स्वागत किया गया। श्री उरांव ने पोचरा पंचायत के हुटार गांव में भी आयोजित जितिया जतरा कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रमों में आदिवासी महिला व युवतियों ने पांरपरिक गीत व नृत्य के साथ अतिथियों का स्वागत किया। जिप सदस्य श्री उरांव ने मांदर बजा कर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ किया कार्यक्रम में विभिन्न ग्रामीण इलाकों के महिला मंडलियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।