मस्तिष्क कैंसर पर शोध करने अमेरिका जाएगा डॉo नौशाद

मस्तिष्क कैंसर पर शोध करने अमेरिका जाएगा डॉo नौशाद

बालूमाथ से कौशर अली की रिपोर्ट

गालिब कॉलोनी बालूमाथ के निवासी शमीम अहमद के पुत्र डॉo नौशाद अख्तर का चयन अमेरिका के प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिलवेनिया में पोस्ट डॉक्टरेट फेलो के तौर पर हुआ है।

वहॉं डॉक्टर अख़्तर मस्तिष्क कैंसर की आण्विक तंत्र पर शोध करेगें।डॉo अख्तर का शोध मुख्य रूप से मस्तिष्क कैंसर के दौरान शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कैसे काम करती है तथा कैंसर की कोशिकाएं प्रतिरोधक क्षमता को कैसे नष्ट करती है इस पर केंद्रित रहेगा। उन्होंने ने संवादाता को बताया कि कैंसर की समस्या इन दिनों बढ़ती जा रही है तथा कुछ क्षेत्रों में यह समस्या व्यापक रूप ले रही है ।डॉo अख्तर का मानना है कि मस्तिष्क कैंसर के आण्विक तंत्र को समझना इसके उपचार में और भी सहयोग करेगा ।

ज्ञात हो कि डॉo अख्तर ने पी एच डी सूक्ष्मजीव प्रौद्योगिकी संस्थान चंडीगढ़ से दिसंबर 2021 में पूर्ण किया है । पी एच डी के शोध उन्होंने काला अजार बीमारी पर किया है जिससे यह पता चला कि काला अजार बीमारी करने वाला परजीवी शारीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता की कार्य प्रणाली को नष्ट करती है।डॉo अख्तर के इस शोध को श्रेष्ठ पी एच डी प्रस्तुतिकरण पुरस्कार से नवाजा गया है।बता दे की डॉo नौशाद ने बी एस सी रांची विश्विद्यालय तथा एम एस सी झारखंड केन्द्रीय विश्विद्यालय से किया है जिसमे उन्हें स्वर्ण पदक प्राप्त हुआ था। डॉo अख्तर ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा आरके हाई स्कूल बालूमाथ से पूरी की है।

ज्ञात हो की डॉo अख्तर का एक छोटा भाई आई आई टी कानपुर से पी एच डी तथा दूसरा अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से एम बी बी एस कर रहा है।डॉक्टर अख्तर ने अपने इस सफलता का श्रेय अल्लाह के बाद अपने माता पिता तथा अपने गुरुजनों को दिया है। डॉक्टर अख्तर के इस सफलता बालूमाथ के अनेक गणमान्य लोगों ने खुशी जाहिर करते हुऐ बेहतर मुस्तकबिल की कामना की है।