यूक्रेन में फंसी राजनंदनी बुधवार की सुबह बरवाडीह अपने घर पहुंची।
बेतला बरवाडीह संवाददाता अख्तर अंसारी की रिपोर्ट
बुधवार अहले सुबह गरीब रथ से डालटनगंज रेलवे स्टेशन पहुँचने पर राजनंदनी का पिता मनोज कुमार गुप्ता, पलामू जेजेए के पूर्व जिलाध्यक्ष मुरारी राम, दीपक सिंह ने गर्मजोशी से स्वागत किया। माही ऑटोबाइक्स शोरूम के संचालक मुकेश कुमार ने राजनंदनी को शॉल भेंट की।
लातेहार जिले के बरवाडीह पंचमुखी मन्दिर मुहल्ला निवासी एमबीबीएस की छात्रा राजनंदिनी भी यूक्रेन में फंस गई थीं। वह यूक्रेन की राजधानी कीव के विनिशा से 26 फ़रवरी शाम को निकल कर 27 फरवरी को बॉर्डर क्रॉस किया। उसके बाद 28 फरवरी को रोमानिया पहुँची। रोमानिया से दो मार्च को उसे दिल्ली लाया गया।
राजनंदनी यूक्रेन के राजधानी कीव के विनिशा शहर की विन्नीसिया नेशनल पिरोगोव मेडिकल यूनिवर्सिटी में MBBS की छात्रा हैं।
रूस और यूक्रेन में हालात बिगड़ते गए, युद्ध बढ़ता गया। इसको देखकर राजनंदिनी अपनी यूनिवर्सिटी से रोमानिया पहुंच गईं, इस दौरान वह अपने परिजनों से लगातार बातचीत करती रहीं और अपनी परेशानियों के बारे में भी उसने अपने परिजनों को बताया। साथ ही भारत सरकार भी लगातार यूक्रेन में फंसे छात्रों को वापस भारत लाने की जद्दोजहद में जुट गई
राजनंदिनी के परिजनों ने बताया कि वे लगातार दूतावास और प्रशासन के संपर्क में थे। उनके द्वारा प्रशासन को भी लिस्ट दी गई थी। भारत सरकार लगातार यूक्रेन में फंसे छात्रों को भारत लाने का प्रयास कर रही थी। 2 मार्च की सुबह एयर इंडिया की फ्लाइट से भारतीय छात्रों को भारत लाया गया, उसमें राजनंदिनी पहुंच गयी थी।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने राजनंदिनी और उसके माता पिता का कोविड टेस्ट किया
दूसरी और बरवाडीह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का अमला भी चिकित्सा प्रभारी डॉ आशीष रंजन के नेतृत्व में राजनंदनी के घर पहुंचकर राजनंदनी उसके पिता मनोज कुमार गुप्ता और माता रीता देवी का कोविड टेस्ट किया। जहां तीनों लोग नेगेटिव पाए गए।