महाराणा प्रताप के आदर्शो से युवाओ को प्रेरणा लेने की आवश्यकता है : योगेश पाण्डेय

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संतानों को महापुरुषों की जीवनी से अवगत कराया जाना चाहिए : मारुतिनंदन

गिरिडीह

जमुआ प्रखण्ड के सी एस सी मिर्जागंज के तत्वावधान में मंगलवार को महाराणा प्रताप सिंह की पुण्यतिथि मनाई गई। मुख्य अतिथि राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो के प्रदेश संयुक्त सचिव मारुति नंदन पाण्डेय , जिला संयुक्त सचिव योगेश कुमार पाण्डेय माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर हार्दिक कृतज्ञ ,भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित किया। सभा का संचालन सीएससी मिर्जागंज वीएलई विकास साव ने किया। महाराणा प्रताप की जीवनी का वर्णन करते हुए वक्ताओं ने कहा माँ भारती का लाल,शत्रुओं का काल अदम्य,अविजित,आजीवन स्वतन्त्र वीर योद्धा शिरोमणि भाला,कवच,ढाल का वजन 207 किलो था। हल्दी घाटी की लड़ाई में मेवाड़ से बीस हजार सैनिक अकबर के पच्चासी हजार सैनिक पर भारी पड़े। महाराणा की वीरगति पर खूंखार अक़बर भी रोया था। घास की रोटी खाई परन्तु मुगल शासक का दासता स्वीकार नही करने वाले महाराणा के संघर्षमय राष्ट्रवादी आदर्शो से युवाओ को प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। वर्तमान में युवा जाति, धर्म,मज़हब, छद्म राजनीति के नाम पर दिग्भ्रमित होकर अपनी ऊर्जा को बर्बाद कर रहे हैं परिणामस्वरूप सभ्य,सशक्त ,समानतामूलक समाज,राष्ट्र नवनिर्माण में बाधक सिद्ध हो रहे है। महाराणा प्रताप उक्त अवसर पर गोपालकृष्ण पाण्डेय, रोहित शर्मा,श्रीराम पाण्डेय,परिणय सिन्हा ,बासुदेव यादव,छोटन कुमार सिंह सहित अन्य मौजूद थे।

गिरिडीह से डिम्पल की रिपोर्ट