रामगढ़
शहादत दिवस में शामिल हुए राज्य मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन। नये संकल्प के साथ झारखण्ड का शुरुआत कोरोना काल मे । सोबरन सोरेन के 63 वें शहादत दिवस समारोह का आयोजन लुकैयाटांड़ में कार्यक्रम का आयोजन किया गया.इस मौके पर शिबू सोरेन सीएम हेमंत सोरेन उपस्थित हुए. दोनों ने सभा को संबोधित किया.
सीएमहेमंत सोरेन ने अपने दादा सोबरन को नमन किया और उन्हें अपना मार्गदर्शक बताया. उन्होंने कहा कि झारखंडी सभ्यता संस्कृति के साथ आज हम खड़े हैं. क्रांतिकारी आवाज झारखंड के खूबसूरत वादियों से गूंजी थी, वह बेकार नहीं गयी .उन्होंने सभा को सम्बोधित करते हुए सरकार द्वारा कोरोना काल में मजदूरों के हित में उठाये गए क़दमों का जिक्र किया.
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कहा कि कोरोना काल में सरकार ने युद्धस्तर पर कार्य किया. मजदूरों को ट्रेन, बस, हवाई जहाज से लाने का काम सरकार ने किया. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन एवं पूर्व मुख्यमंत्री तथा वर्तमान राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन अपने पैतृक गांव नेमरा पहुंचे. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने नेमरा स्थित अपने निवास में ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं.आसपास क्षेत्र के विभिन्न गांवों से पहुंचे फरियादियों ने अपनी समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार जन आकांक्षाओं की सरकार है. गांव, गरीब, किसान, महिला एवं नौजवान के समग्र विकास के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है.
मुख्यमंत्री ने फरियादियों को उनकी समस्याओं का जल्द निराकरण करने का भरोसा दिया. मौके पर मुख्यमंत्री ने तत्परता दिखाते हुए उपायुक्त रामगढ़ संदीप सिंह को फरियादियों के समस्याओं के निस्तारण हेतु दिशा-निर्देश भी दिए. इससे पूर्व गोला प्रखंड स्थित अपने पैतृक आवास नेमरा पहुंचने पर रामगढ़ जिला प्रशासन की ओर से मुख्यमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर देकर स्वागत किया गया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन एवं पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन को उपायुक्त रामगढ़ सहित अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा फूलों का गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया गया।
रामगढ़ से मिथलेश कुमार की रिपोर्ट ।