चांडिल
चांडिल – डोबो क्षेत्र में आदिबासि कुड़मि समाज, जिला संयोजक मंडली द्वारा आदिबासि कुड़मि समाज स्थापक महासचिव व कुड़मि-कुड़मालि के महान पुरोधा सारिगत लकखिकांत मुतरुआर की पुण्यतिथि उनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित आदिबासि कुड़मि समाज के झाड़खंड प्रदेश अध्यक्ष माननीय प्रसेनजीत महतो काछिमा ने कहा, लकखिकांत मुतरुआर कुड़मि समुदाय और कुड़मालि भाषा के अग्रणी प्रहरी में से एक थे। राज्य में कुड़मालि भाषा का पठन-पाठन शुरू करवाने में उनकी अहम भूमिका रही है। शालपत्र, झाड़खंड वार्ता, सारहुल आदि जैसे कई पत्रिकाओं में कुड़मि-कुड़मालि से संबंधित उनके कई महत्वपूर्ण लेख प्रकाशित हुए हैं। कई पुस्तकों में से “जनजाति परिचिति” उनकी सबसे महत्वपूर्ण कृति है, जिसमें उन्होंने टोटेमिक कुड़मि समुदाय, उनकी मातृभाषा कुड़मालि, प्रकृति धर्म, आदि विशिष्ट संस्कृति व परंपराओं आदि का विस्तृत बखान किया है। अपने साथी आकुस के संस्थापक अध्यक्ष सारिगत बसंत बंसरिआर और सारिगत केशव टिड़ुआर आदि के संग समाज को नि:स्वार्थ भाव से जागरूक करने में अहम योगदान दिया है। समाज ऐसे महान विभूतियों की हमेशा ऋणी रहेगी। साथ ही समाज के प्रत्येक अगुआ जनों को उनके आदर्शों और सिद्धांतों को आत्मसात करत हुए उनके दिखाये रास्ते पर आगे चलने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम का संचालन मनोज महतो टिड़ुआर ने किया। इसमें मुख्य रूप से विशिष्ट अतिथि नेपाल काड़ुआर, जितेन महतो, भूषण महतो, युधिष्ठिर महतो, गउर महतो, नकुल महतो, झंटु महतो, पप्पु महतो, मंटु महतो, दीपक महतो, संजय महतो, मिठुन महतो, डुमकेस मसतो, विश्वनाथ महतो आदि काफी संख्या में समाजकामिआ मौजूद रहे।
चांडिल से संजय शर्मा 7870123959