निजीकरण के खिलाफ श्रमिक संगठनों का हल्ला बोल

0
551

सरायकेला खरसावां :केन्द्र सरकार के मजदूर विरोधी नितियों के खिलाफ केन्द्र श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चा एवं इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ जी संजीवा रेड्डी के आह्वान पर आज देशव्यापी देश बचाओ आंदोलन के तहत जमशेदपुर सहित पूरे प्रदेश में यूथ इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय गाबा, प्रदेश अध्यक्ष इंटक राकेश्वर पांडे एवं प्रदेश अध्यक्ष यूथ इंटक शैलेश पांडे के निर्देशानुसार इंटक एवं यूथ इंटक कार्यकर्ताओं द्वारा मोदी सरकार पर हल्ला बोल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यूथ इंटक के पदाधिकारियों ने पैदल मार्च निकालकर , काला बिल्ला लगाकर, मशाल जुलूस निकाल कर एवं पूतला दहन कर के केन्द्र सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज किया । इंटक के प्रदेश अध्यक्ष राकेश्वर पांडे ने बताया कि आज का देशव्यापी विरोध प्रदर्शन केन्द्र सरकार द्वारा सरकारी सम्पत्ति को उघोगपतियो के हाथों बेचें जाने के खिलाफ किया जा रहा है। यूथ इंटक के प्रदेश अध्यक्ष शैलेश पांडे ने कहा महंगाई की मार, बढ़ती बेरोजगारी और श्रम कानूनों में संशोधन कर मोदी सरकार मजदूर वर्ग के प्रति दोहरा चरित्र अपना रही है , जिसे उजागर करने हेतु देशव्यापी आंदोलन चलाया जा रहा है। इंटक के प्रदेश संयुक्त महासचिव विनोद राय के नेतृत्व में कामगारों ने आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में रैली निकाली, प्रदेश संगठन सचिव यूथ इंटक राजा सिंह राजपूत के नेतृत्व में एग्रिको गोलचक्कर पर पूतला दहन किया गया, सरायकेला खरसावां जिला यूथ इंटक अध्यक्ष अवधेश सिंह ने अपनी कमेटी के साथ आकाशवाणी चौक पर धरना प्रदर्शन किया, पूर्वी सिंहभूम जिला यूथ इंटक द्वारा कदमा में पैदल मार्च निकाला गया, रांची, बोकारो, धनबाद, पलामू, पश्चिम सिंहभूम, गिरीडीह सहित पूरे प्रदेश में इंटक एवं यूथ इंटक कार्यकर्ता ने कार्यक्रम में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। आज के देश बचाओ आंदोलन को पूरे प्रदेश में सफल बनाने में इंटक के प्रदेश अध्यक्ष राकेश्वर पांडे, यूथ इंटक के प्रदेश अध्यक्ष शैलेश पांडे, इंटक के प्रदेश संयुक्त महासचिव विनोद राय, विजय कांत लाल दास, राष्ट्रीय महासचिव यूथ इंटक संजीव श्रीवास्तव, नितेश राज, विजय यादव, शिखा चौधरी, पूर्णिमा सिंह, अवधेश सिंह, हसलूदीन खान, अंजनी पांडे, पी एन तिवारी, रवि चौबे, अमबुज कुमार, सदाब आफताब, देव शुक्ला, अमित चौधरी, बटुक मिश्रा सहित पूरे इंटक , यूथ इंटक एवं एटक, सिटू सहित विभिन्न ट्रेड यूनियनों की सराहनीय भूमिका रही।