जमशेदपुर के मानगो टीचर्स कॉलोनी से 20 जुलाई से लापता तारक मंडल का शव 21 जुलाई को आदित्यपुर हथियाडीह जंगल से पुलिस ने बरामद कर लिया है। तारक मंडल का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी मच गई है। पुलिस ने इस मामले में मृत युवक का कॉल डिटेल खंगाला उसके बाद जमशेदपुर पुलिस ने युवक की प्रेमिका सरायकेला जिला के नीमडीह निवासी किरण महतो से पूछताछ में मामले का खुलासा किरण महतो ने इस तरह किया कि पुलिस भी सन्न रह गई।
बता दें कि मृतक के परिजनों ने मानगो थाना में युवक के गुमशुदा होने की रिपोर्ट दर्ज कराई,जिसके बाद 21 जुलाई को युवक का शव, सरायकेला के आदित्यपुर के हथियाडीह जंगल से मिला।
इस मामले में पुलिसिया पूछताछ में पता चला कि तारक मंडल की हत्या उसकी प्रेमिका किरण महतो ने ही अपने तीन सहयोगियों के साथ मिलकर की थी और शव को आदित्यपुर हथियाडीह के जंगल में फेंकवा दिया था।
पुलिस के मुताबिक पूछताछ के दौरान किरण ने पुलिस को बताया कि तारक मंडल ने उसे छोड़कर मार्च में घाटशिला की एक युवती से शादी कर ली थी।फिर भी वह अपनी प्रेमिका से बातचीत और घर आता रहता था।
20 जुलाई को किरण ने तारक को फोन कर भाटिया बस्ती के गाँधी इंस्टीट्यूट बुलाया,जहाँ वो बतौर वार्डन कार्यरत थी।
किरण ने साजिश के तरह इंस्टीट्यूट के कमरे में तारक को सुला दिया।फिर उसने अपने सहयोगियों गणेश लोहार,करण लोहार और कमलेश प्रसाद को बुलाकर उसी कमरे में ले गई।किरण ने सभी के साथ मिलकर रस्सी से गला घोंटकर तारक की हत्या कर शव को टोल ब्रिज के नीचे बोकराडीह में फेंकवा दिया.वहीं तारक की पैशन प्रो गाडी़ को भी टोल रास्ते फेंक दिया।
किरण ने 35 सौ रुपए करण लोहार और 35 सौ रुपए गणेश लोहार को तारक की हत्या के लिए दिया था।
किरण ने पुलिस को बताया कि उसने अपने तीन सहयोगियों के साथ मिलकर तारक मंडल की गला घोंटकर हत्या किया था ।इसके लिए किरण महतो ने गणेश लोहार और करण लोहार को कमलेश के माध्यम से 10 हजार की सुपारी दी थी,जिसमें 7000/-नकद और 3000/-काम होने के बाद देनि तय हुआ था।