अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आज एक संकल्प लें, महिलाएं स्वयं महिलाओं का सम्मान करें चाहे वह घर के अंदर का परिवेश हो या बाहरी वातावरण हो । जब प्रत्येक महिला , महिलाओं के प्रति सम्मान, स्नेह, ममता,करुणा एवं आदर के भाव जागृत कर लेंगी तो स्वतः कई समस्याओं का समाधान मिल जायेगा और महिलाएँ इतनी मजबूत हो जाएंगी कि फिर महिला दिवस मनाने की आवश्यकता ही प्रतीत नहीं होगी और प्रत्येक दिवस महिला दिवस होगा,सभी सुखी होंगे हर परिवार आनंद के माहौल में पल्लवित पुष्पित होता रहेगा और हमें महिला दिवस,पुरुष दिवस मनाने की जरूरत नहीं होगी,हाँ हम ‘सुखी परिवार दिवस’ अवश्य मनाएँगे और वो भी प्रतिदिन।धन्यवाद!
सिन्धु मिश्रा
राष्ट्रीय महासचिव
दहेज मुक्त झारखंड।