यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के बीच में फंसी महुआडांड़ की लतिका ने पार किया यूक्रेन बॉर्डर, परिजनों की जान में आई जान
यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के बीच दहशत के माहौल में अब भी कई भारतीय छात्र छात्राएं यूक्रेन की जमीन पर फंसे हुए हैं, हालांकि कुछ अपने वतन भी लौट आए हैं। इस बीच महुआडांड़ की दौना ग्राम निवासी लतिका ठिठियो हंगरी बॉर्डर पार कर बुडापेस्ट पहुँच चुकी है। इसके पूर्व इसके परिजनों ने महुआडांड़ एसडीओ से पुत्री को वापस लाने की गुहार लगाई गई थी। इसकी जानकारी पर लतिका ठिठियो के परिजन ने राहत की सांस ली है।लतिका के परिजनों ने बढ़ रहे तनाव के बीच अब अपनी पुत्री के यूक्रेन से बाहर निकलने पर ईश्वर को धन्यवाद देते नहीं थक रहे हैं।लतिका ठिठियो यूक्रेन के कीव में एमबीबीएस की चौथे वर्ष की छात्रा है,वह रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के समय हॉस्टल में ही जान बचा कर छुपी थी।अपने यूक्रेन से निकलने के बारे में बताते हुए लतिका ने कहा कि मंगलवार को वह अन्य साथी छात्राओं के साथ हंगरी बॉर्डर के लिए बस में रवाना हुई।उसे करीब 1200 किलोमीटर का सफर तय किया,इस दौरान उन्होंने 3 बस बदले और 2 घंटा पैदल बॉर्डर पार करने के बाद ट्रैन से हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट पहुँची।जहाँ भारत सरकार ने लड़के एवं लड़कियों के रहने के लिए होटल की व्यवस्था की है।उन सभी का निबंधन हो चूका है जल्द ही अब वतन वापसी होगी।