जमशेदपुर–भाजपा के जिला महामंत्री अनिल मोदी ने झारखंड सरकार द्वारा गैर सरकारी अस्पतालों में इलाजरत मरीजों के लिए रक्त लेने पर शुल्क लगाए जाने का विरोध किया है।उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार का यह निर्णय गरीब विरोधी एवं अमानवीय है।उन्होंने कहा की गरीब कल्याण के नाम पर सत्ता में आई सरकार गरीबों का ही हक़ मार रही है।उन्होंने कहा कि पहले इस सरकार के कार्यकाल में मेडिका अस्पताल बंद हुआ।फिर कोरोना काल में एक डॉक्टर को गिरफ्तार कर उसके नर्सिंग होम को बन्द किया गया।और अब मरीजों से रक्त के नाम पर शुल्क वसूली।यह सरकार एक एक करके अपने मुखोटे उतार रही है।उन्होनें कहा कि खुद कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ अजय कुमार ने भी इस निर्णय को वापिस लेनें का अनुरोध कर राज्य सरकार को कठघडे में खड़ा कर दिया है। प्रदेश की भोली भाली जनता अपनी गलती पर पछता रही है।उन्होंने कहा कि देश के दूसरे प्रदेशों में कोरोना से लड़ने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी की जा रही है और झारखंड में लगातार कटौती की जा रही है।उन्होनें कहा कि ऐसे माहौल में एक ओर जनता त्राहि त्राहि कर रही है,दूसरी ओर सरकार मंत्रियों के लिए नई गाड़ी खरीदनें में व्यस्त है।इस प्रदेश में अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत चरितार्थ हो रही है।उन्होंने सरकार को आगाह किया जल्द से जल्द इस अमानवीय निर्णय को वापिस ले ताकि गरीब जरूरतमंद मरीजों को रक्त के अभाव में अपनीं जान न गंवानी पड़े।