विश्व एड्स दिवस पर मानव श्रृंखला का आयोजन
गुमला।
आज दिनांक 1 दिसंबर 2021 को अपराह्न 4 बजे स्थानीय गुमला पॉलीटेक्निक संस्थान में “विश्व एड्स दिवस” के अवसर पर विशाल मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य समाज को एड्स एवं उसके बचाव के प्रति जागरूक करना था। संस्थान के सभी छात्र, कर्मचारीगण एवं असैनिक शल्य चिकित्सक –सह- मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, गुमला ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए मुख्य अतिथि डॉ राजू कच्छप, चिकित्सा पदाधिकारी, गुमला ने सभी को एड्स एवं इसके बचाव से संबंधित जानकारी दी। संस्थान के प्राचार्य डॉ शीबा नारायण साहू ने इस अवसर पर आमंत्रित मुख्य अतिथि डॉ राजू कच्छप, असैनिक शल्य चिकित्सक –सह- मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, गुमला का स्वागत करते हुए बताया कि एड्स साइलेंट किलर बीमारी है जिसका पता प्रारंभिक चरण में चलने पर उपचार संभव है | एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिसिएंशी सिंड्रोम (एड्स) एक जानलेवा बीमारी है जो रोगी के प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है | मुख्य अतिथि तथा गुमला के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजू कच्छप ने बताया कि 1988 से ही 1 दिसम्बर को एड्स दिवस के रूप में मनाया जा रहा है | गुमला पॉलिटेक्निक के जागरुक छात्र-छात्रावों के द्वारा आयोजित इस जागरुकता कार्यक्रम में भाग लेते हुए उन्होंने इस जानलेवा बीमारी को जड़ से उखाड़ फेंकने की जरुरत पर बल दिया |
संस्थान के निदेशक श्री अभिजित कुमार एवं शाशि निकाय की सदस्या श्रीमती रेणुका यशस्वी ने इस कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़कर अपने संबोधन में कहा कि गुमला पॉलिटेक्निक अच्छे अभियंता के साथ-साथ संवेदनशील इन्सान का निर्माण करता है | संस्थान समाज में व्याप्त सभी कुरीतियों एवं विषम स्थिति के प्रति जागरुक रह अपनी जिम्मेदारी निभाती रहेगी | हमें एक सजग समाज का निर्माण करना है जो शिक्षा, स्वास्थ, रोजगार एवं सौहार्द के प्रति जागरुक एवं संकल्पित हो | संस्थान के उप-प्राचार्य ई० सुरेन्द्र प्रसाद ने इस जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम को एक अभियान का रूप देने की जरुरत पर बल दिया ताकि लोग एच०आई०वी० टेस्ट कराने में संकोच ना करें | संस्थान के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी श्री अजीत कुमार शुक्ल ने स्वास्थ जाँच को सर्वोपरी रखने को आवश्यकता बताई तथा कहा कि हमें एड्स रोगियों के प्रति हमदर्दी रखनी चाहिये |
इस अवसर पर सभी विभागाध्यक्ष एवं व्याख्यातावों ने अपने-अपने विचार रखते हुए बताया कि आज भी समाज में एड्स बीमारी को लोग छुपाना चाहते हैं जो खतरनाक साबित होता है | इस अवसर पर संस्थान के छात्र-छात्रावों ने तख्तियों पर उद्देश्यपरक स्लोगन एवं चित्रकारी बना कर ले कर मानव श्रृंखला बनाई जो कई कोलोमीटर लम्बी थी | उन तख्तियों पर एक से बढ़ कर एक जागरूकता एवं बचाओ संबंधी सुझाव अंकित थे | गुमला के आमलोगों ने इन तख्तियों को ध्यानपूर्वक अवलोकन करते हुए जानकारी अर्जित की तथा गुमला पॉलिटेक्निक की छात्रों एवं अधिकारियों को इसके लिए धन्यवाद् दिया | बैनर तथा तख्तियों से आच्छादित इस कार्यक्रम में बच्चों ने हाथ में मोमबत्ति ले कर मार्च किया तथा लौट कर संस्थान के गेट पर उन मोमबत्तियों को लगा दिया जो आने वाले समय के लिए आशा की किरणों में परिणत हो गया