*देवघर// दस साइबर अपराधी गिरफ्तार, 17 मोबाइल, 22 सिम कार्ड और 4 एटीएम कार्ड बरामद*
देवघर जिला के साइबर थाना की पुलिस ने दस साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। सोमवार को इस बाबत आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में साइबर डीएसपी सुमित प्रसाद ने पूरे मामले की जानकारी दी। डीएसपी ने बताया कि साइबर थाना की पुलिस ने पथरौल थाना क्षेत्र के छोटा संघरा एवं उपर टोला, सारठ थाना क्षेत्र के फुलचुआं और सारवां थाना क्षेत्र के जारा गांव से दस साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इन साइबर अपराधियों के पास से 17 मोबाइल, 22 सिम कार्ड, 2 पासबुक, 1 चेकबुक और 4 एटीएम कार्ड बरामद किया गया है। गिरफ्तार अपराधियों में 20 वर्षीय राजेश दास, 25 वर्षीय अरुण दास, 22 वर्षीय गौतम दास, 19 वर्षीय मुन्ना दास, 24 वर्षीय उमेश दास, 19 वर्षीय रूपेश दास, 36 वर्षीय घनश्याम महरा, 20 वर्षीय शंभु दास, 20 वर्षीय विजय दास और 20 वर्षीय उमेश दास का नाम शामिल है। डीएसपी ने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार राजेश दास व अरुण दास और उमेश दास व रूपेश दास सगे भाई हैं। जबकि इस मामले में गिरफ्तार विजय दास का आपराधिक इतिहास है। विजय दास साइबर थाना में दर्ज एक मामले का आरोपी है। डीएसपी ने बताया कि इन साइबर अपराधियों द्वारा ठगी से मिले पैसों को पांच-दस प्रतिशत कमीशन पर एक दूसरे को दिया करते थे। इसके अलावे डीएसपी द्वारा यह जानकारी दी गयी कि इन साइबर अपराधियों द्वारा साइबर ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जाते थे। साइबर अपराधी फोन पे कस्टमर अधिकारी बनकर ठगी करते हैं। इसके साथ ही ड्रीम 11, रम्मी और तीन पत्ती गेम के माध्यम से ठगी करते हैं। इसके साथ साइबर अपराधी गूगल सर्च इंजन का कस्टमर केयर अधिकारी बनकर लोगों को लॉटरी का प्रलोभन देकर पैसों की ठगी करते थे। साथ ही ये साइबर अपराधी फर्जी बैंक अधिकारी बनकर लोगों को फोन करते हैं और उन्हें बताते हैं कि उनका एटीएम बंद होने वाला है। इसके अलावा केवाइसी अपडेट कराने के नाम पर भी ठगी की जाती है। इन अपराधियों द्वारा साइबर ठगी के लिए गूगल पे का भी सहारा लिया जाता था। साथ ही साइबर अपराधियों द्वारा वर्चुअल पेमेंट एड्रेस के माध्यम से भी ठगी की जाती थी।