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पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 इंदिरा गांधी के 35वें शहादत दिवस को एकता और सद्भावना दिवस के रूप में कांग्रेस ने मनाया चंदवा

पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 इंदिरा गांधी के 35वें शहादत दिवस को एकता और सद्भावना दिवस के रूप में कांग्रेस ने मनाया

चंदवा। भारत रत्न – पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 इंदिरा गांधी की 35वीं शहादत दिवस को कांग्रेस प्रखंड कमिटि ने एकता, अखण्डता एवं सद्भावना दिवस’ के रूप में मनाया साथ ही भारत रत्न – लौह पुरुष बल्लभ भाई पटेल की जयन्ती भी मनाई, दो मिनट का मौन धारण कर उन्हें श्रद्धांजलि दिया, इस अवसर पर प्रखंड अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि असगर खान ने कहा कि शहादत दिवस मनाकर
उनके बलिदान और त्याग को आम जनमानस आज याद कर रही है,
इंदिरा गांधी की हत्या उनकी ही सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों ने उनके आवास पर 31 अक्टूबर 1984 को कर दी थी, 30 अक्तूबर 1984 के दिन भुवनेश्वर में इंदिरा गांधी ने अपने भाषण में कहा था मैं आज यहां हूं कल शायद न रहूं, मुझे चिंता नहीं है, मैं रहूं या नहीं रहूं, मेरा लंम्बा जीवन रहा है और मुझे इस बात का गर्व है कि मैंने अपना पूरा जीवन अपने लोगों की सेवा में लगा दिया, मैं अपनी आखिरी सांस तक देश सेवा करती रहूंगी, जब मैं मरूंगी तो मेरे खून का एक – एक कतरा भारत को मजबूत करने व आपसी भाईचारा को बढ़ाने में लगेगा, लेकिन आज कुछ ताकतें हैं जो आपसी तालमेल और प्रेम मुहब्बत को नष्ट करने पर तुले हुए हैं, नफरत को बढ़ावा दे रहे हैं ऐसे लोगों को देश हित की चिंता नहीं है वे बांटने की अपने मंसूबों पर सफल नहीं होंगे, मौके पर प्रखंड अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि असगर खान, सेवानिवृत्त शिक्षक सरवर अंसारी, कांग्रेस सेवादल जिला अध्यक्ष बाबर खान, रामयश पाठक, मुकेश सिंह, श्रीराम शर्मा, धनेश्वर सिंह, मतिया देवी, मोहम्मद ताज, जलेंन्द्र ठाकुर, साबिर आलम, दामोदर उपाध्याय, छटन राम, शीतल साव, नीलम देवी, मंजु देवी, सुरेश गंझु, राजदेव गंझु, नरायण गंझु, बालजी उरांव समेत कई लोग उपस्थित थे।

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