जमशेदपुर/धनबाद (झारखंड)। वैश्विक स्तर की डिजिटल इकोसिस्टम एनेबलर टाटा कम्युनिकेशन्स ने स्कूल ऑफ होप एंड एम्पावरमेंट (एसएचई) शुरू करने की घोषणा 2021 यूनेस्को वल्र्ड कॉन्फरेन्स ऑन एज्युकेशन फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट में की। विभिन्न प्रकार के मीडिया और कई हितधारकों के सहयोग से प्रभाव संचार करने की इस पहल एसएचई की रचना द बेटर इंडिया के डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म के साथ मिलकर की गयी है। भारत के छोटे शहरों की महिलाओं का उनके सपने पूरे करने में उत्साह वर्धन करना, उनको प्रेरणा, शिक्षा और रोजगार हेतु मदद देना और इस तरह से उनकी उद्यमशीलता के बीच आने वाली प्रमुख बाधाओं को दूर करना इस पहल का उद्देश्य है। भारत में बढ़ रही डिजिटल कनेक्टिविटी और साझेदारियों की शक्ति का लाभ उठाते हुए टाटा कम्युनिकेशन्स समाज के उपेक्षित वर्गों की महिलाओं के साथ, उनके लिए और उनके द्वारा बनाया गए एक सक्षम वातावरण का निर्माण करेगा ताकि यह महिलाएं स्वयं को एक सफल और खुशहाल उद्यमी बना सकें। पहले चरण में एसएचई का ध्यान झारखंड के धनबाद, बोकारो, पूर्वी सिंहभूम, हजारीबाग और रांची के परिनगरीय इलाकों में रहने वाली, निम्न आय वर्गों की, 18 से 35 वर्ष की, महत्वाकांक्षी महिला उद्यमियों का सहयोग करने पर रहेगा। एसएचई पहल में छह भागों में बटीं एक वीडियो सीरीज है जिसमें महिलाओं को उद्यमी बनने के लिए सहनी पड़ रही चुनौतियों को दर्शाया गया है। इस वीडियो सीरीज के ट्रेलर को यूनेस्को कार्यक्रम में प्रकाशित किया गया, जिसमें झारखंड की एक ग्रामीण महिला उद्यमी हसरत बानो की असल जिंदगी को दिखाया गया है। यह सीरीज ‘हसरत‘ के नाम से द बेटर इंडिया के यूट्यूब चैनल और वेबसाइट पर देखी जा सकती है। जिसमें महिलाओं के बारे में पुराने समय से चली आ रही धारणाएं, परिवार के प्रति कर्तव्य, आर्थिक और सामाजिक बाधाएं और आत्मविश्वास का अभाव आदि कई बातों को इन फिल्म्स में शामिल किया गया है। मालूम हो कि कम से कम 10 लाख महिलाओं को उद्यमी बनने के उनके सपनों को वास्तव में साकार करने की प्रेरणा देना इस परियोजना का उद्देश्य है