अब इस मंडी में थोक विक्रेताओं द्वारा खुदरा विक्रेताओं को खुलेआम आंख में धूल डालकर लूटा जा रहा है। इसका खुलासा उस समय हुआ जब एक खुदरा विक्रेता ने मंडी से आटा, मैदा आदि के बोरे का वजन किया तो पैरों तले जमीन खिसक गई। मंडी से लिए गए आटा, मैदा व सूजी के 50 किलो के बोरे के स्थान पर 47-48 किलो ही पाए गए। चोकर में 40 किलो के स्थान पर 38 किलो, चूड़ा 25 किलो के स्थान पर 24 किलो पाए गए।

उपायुक्त ने बाजार समिति से 24 घंटे में मांगी रिपोर्ट

परसुडीह स्थित थोक मंडी में खाद्य सामग्री कम दिए जाने की शिकायत मिलते ही उपायुक्त सूरज कुमार ने इसे गंभीरता से लेते हुए बाजार समिति के सचिव संजय कच्छप से 24 घंटे के अंदर जांच कर रिपोर्ट मांगी है। परसुडीह बाजार समिति के सचिव संचय कच्छप ने बताया कि इस संबंध में सभी थोक विक्रेताओं को स्पष्ट आदेश दे दिया गया है कि खाद्य सामग्री में वजन पूरा दें, अन्यथा कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें।

आज सचिव ने बुलाई सूजी, मैदा, आटा विक्रेताओं की आपातकालीन बैठक

परसुडीह बाजार समिति के सचिव संजय कच्छप ने शनिवार की सुबह 11 बजे अपने कार्यालय कक्ष में व्यापारियों की बैठक बुलाई है।  संजय कच्छप ने बताया कि वैसे थोक दुकानदारों को बैठक में बुलाया गया है जो आटा, मैदा, सूजी, चीनी, गुड़ एवं अन्य खाद्य पदार्थों की बिक्री करते हैं।