जमशेदपुर, मानगो डिमना स्थित हिलव्यू कॉलोनी में आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ के छठे दिन उत्सवपूर्ण माहौल में रुक्मिणी हरण एवं विवाह के मंगल गीतों और बधाई गीतों के बीच संपन्न हुआ। उसके पहले आचार्य वसन्त नारायण शास्त्री ने कृष्ण लीला के प्रमुख चरित्रों में चीरहरण के पीछे छिपे तत्वों के समिष्टि का वर्णन किया। बाद में कंस के धनुष यज्ञ के भंग के पूर्व कुबड़ी एवं धोबी का उद्धार, कुँवल्यापीड़ हाथी के वधों उपरांत कंस वध की कथा का मार्मिक शब्दों में अक्रूर जी के समर्पण को समायोजित कर उध्दृत किया ।
इसके पूर्व जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो एवं जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय भी कथा में सम्मिलित हुए और कथा का श्रवण किया। कथा आयोजन के सूत्रधार अरुण कुमार पांडेय एवं उनकी भार्या श्रीमती सुमिता पांडेय ने अतिथियों को पुष्पगुच्छ, शॉल, पगड़ी भेंट कर सम्मानित किया। सांसद ने ऐसे आयोजनों को सनातन धर्म के प्रति समर्पण के भाव से सभी को अनुभव करने और कथा के मर्म और ज्ञान को आत्मसात कर भारतीय संस्कृति की रक्षा और संस्कारों को सिंचित करने का आवाहन किया।
सरयू राय ने कही से बात
सरयू राय ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा में अतिश्योक्ति का कोई स्थान नहीं हैं। हमें समर्पण के साथ अपने विरासत को चिरजीवी रखनेवाली इस निधि को संचित कर रखने की जरूर हैं। इसके अतिरिक्त सांसद प्रतिनिधि संजीव कुमार,डॉ दिलीप ओझा, दिलीप पांडेय, मंजू सिंह, श्वेता कुमारी, सुधांशु ओझा, भगवान पाठक, अवधेश कुमार चौबे, लव सिंह, विजय तिवारी, नितिन त्रिवेदी, रघुबर चौबे, कन्हैया ओझा, राजकुमार वर्मा आदि सैकड़ो लोगों ने सम्मिलित होकर आशीर्वाद प्राप्त किया।समन्वयक की भूमिका में डीडी त्रिपाठी ने कार्य संपादन किया।