झारखंड के कोडरमा स्टेशन पर दो मज़दूरों ने राजधानी एक्सप्रेस के टीटीई के खिलाफ शिकायत दर्ज़ कराई है। मज़दूरों का कहना है कि कंफर्म सीट के टिकट होने के बावजूद टीटीई ने उन्हें ट्रेन से यह कहते हुए उतार दिया कि इस ट्रेन में बैठने की तुम्हारी औकाद नहीं है। मज़दूरों ने इस बात की शिकायत कोडरमा स्टेशन के स्टेशन मास्टर से की है। जिसके बाद डीआरएम ने कहा कि जांच के बाद टीटीई के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
रामचंद्र और अजय यादव नाम के दो मजदूर नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी ट्रेन से विजयवाड़ा जा रहे थे। तभी सुबह 5:22 बजे कोडरमा स्टेशन पर टीटीई ने दोनों को ट्रेन से धक्का मार कर उतार दिया।
टीटीई ने कहा ” तुमलोग छोटा आदमी हो. तेरी औकात नहीं कि राजधानी जैसी वीआईपी ट्रेन में चढ़ो! इस ट्रेन में अधिकारी रैंक और बड़े लोग सफर करते हैं. चलो उतरो ट्रेन से।”
टीटीई ने आगे कहा कि ज्यादा गाल बजाया और ट्रेन से नहीं उतरे तो पांच हजार रुपए का फाइन काट देंगे। दोनों टिकट दिखाते हुए ट्रेन से नहीं उतारने का आग्रह करते रहे, लेकिन टीटीई नहीं माना। जिसके बाद दोनों स्टेशन पर उतार गए और सीधा स्टेशन मास्टर के चैंबर में पहुंचे और शिकायत पुस्तिका में पूरी घटना का जिक्र करते हुए अपनी शिकायत दर्ज कराई। स्टेशन प्रबंधक एके सिंह ने बताया कि यात्री की शिकायत वरीय अफसरों के पास भेज दी गई है।
दोनों विजयवाड़ा के नैनूर जा रहे थे जहां वे पोकलेन ऑपरेटर का काम करते हैं। मजदूरों ने बताया कि ठंड में सफर आसान हो, इसलिए उन्होंने राजधानी ट्रेन में सीट बुक कराई। इससे पहले दो बार टिकट बुक कराया था, लेकिन सीट कंफर्म नहीं हुई। तीसरे प्रयास में 16 दिसंबर को राजधानी ट्रेन की बी-6 बाेगी में 10 व 15 नंबर की बर्थ कंफर्म हुई।
इस मामले पर धनबाद रेल मंडल के डीआरएम और सीनियर डीसीएम का कहना है कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है। धनबाद रेल मंडल के डीआरएम आशीष बंसल ने कहा कि किसी यात्री से ऐसा करना पूरी तरह गलत है। अगर यह हुआ है तो गंभीर मामला है। जांच के बाद टीटीई के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।