सरायकेला /राजनगर :राजनगर प्रखंड के आदर्श ग्राम मातकम बेड़ा में स्वर्गीय करण हांसदा का 28वा शहादत दिवस मनाया गया। मातकमबेड़ा को शहीद ग्राम के नाम से भी जाना जाता है।वहीं इस गांव के एक और अमर पुरूष स्वर्गीय करण हांसदा ने भी अपने जीवन काल मे एक ऐतिहासिक छाप छोड़ी है।जिस वजह से आज भी स्वर्गीय करण हांसदा को याद किया जाता है। [embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=dUGrAmlAsgk[/embedyt]
बता दें कि स्वर्गीय करण हांसदा इस गाँव के डिबा मेमोरियल क्लब के संस्थापक थे।जिसे अब वीर डिबा किसुन मेमोरियल क्लब के नाम से जाना जाता है। उन्होंने अपने समय मे ग्रामीण सुद्रवर्ती क्षेत्र के युवाओं में खेल के प्रति प्रेरणा प्रदान की।इसी क्लब के माध्यम से कई युवा खिलाड़ी फुटबॉल खेल जगत में अपने गांव तथा राज्य में जीत का परचम लहरा चुके है।आज भी युवा पीढ़ी के लिए वे एक आदर्श के समान है और आज भी उन्हें याद किया जाता है।
वहीं आज मातकम बेड़ा गाँव के निवासियों ने उनके 28वें शहादत दिवस के मौके उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित गई।स्थानीय निवासी प्रदीप हांसदा ने बताया कि प्रत्येक वर्ष उनके शहादत दिवस के मौके पर फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन किया जाता है ।किंतु इस वर्ष वैश्विक करोना महामारी के कारण उन्हें सादगी से श्रद्धांजलि दी गई और 2 मिनट का मौन रखा गया।वहीं ग्रामीण छूटाई सोरेन ने बताया कि स्वर्गीय करण हांसदा इस क्षेत्र के नौजवान खिलाड़ी को चिन्हित करके आगे भेजने का प्रयास करते रहे ,और उनके कल्ब के माध्यम से बहुत सारे ऐसे खिलाड़ी भी है जो टाटा स्टील की ओर से फुटबॉल खेल चुके है।और आज खेल के कारण टाटा स्टील कंपनी में कार्यरत भी है।
वहीं आज उनको श्रद्धांजलि अर्पित करने में प्रदीप हांसदा, छुटाई सोरेन, मनीष हांसदा, संतोष सोरेन, प्रिया हांसदा, सोनमणि सोरेन, शकुंतला मुर्मू,नेहा हांसदा आदि उपस्थित थे।
*सरायकेला/राजनगर से रवि कांत गोप की रिपोर्ट*