Thu. Sep 19th, 2024

कोरोना काल में गैस के बढ़ते दाम से मिल सकती है राहत

नई दिल्ली:देश में कोरोना काल के दौरान एक तरफ जहां महामारी के कारण महंगाई दर बढ़ रही है, वहीं दूसरी तरफ बहुत जल्द ही रसोई गैस सस्ता हो सकता है. LPG, CNG और PNG के दामों में भारी गिरावट हो सकती है। बता दें कि गैस की कीमतें हर 6 महीने में तय की जाती हैं। ऐसे में इससे पहले अप्रैल महीने में गैस के दाम तय किए गए थे। वहीं अब 6 महीने बाद यानी अक्टूबर महीने में गैस के दामों को तय किया जाएगा। माना जा रहा है कि नेचुरल गैस की कीमतें 1.90-1.94 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू हो सकती हैं, जो कि पिछले 10 सालों में सबसे कम दाम होगा।
खबरों की मानें तो 1 अक्टूबर 2020 से प्राकृतिक गैस के दामों को संशोधित किया जाएगा। गैस निर्यातक देश अपने बेंचमार्क में बदलाव करने वाले हैं। ऐसा करने से गैस के दामों में गिरावट 1.90-1.94 डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट (MMBTU) रह जाएगा। गौरतलब है कि अप्रैल महीने में गैस के दामों में 26 प्रतिशत तक की कटौती की गई थी।
गैस की कीमतों में गिरावट के कारण भारतीय गैस उत्पादक कंपनी ONGC का घाटा बढ़ जाएगा। इस साल यह घाटा 6,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है जोकि पिछले वित्तवर्ष में 4,272 करोड़ रुपये था। बता दें कि ONGC और ऑयल इंडिया को गैस के उत्पादन के लिए 3.818 डॉलर प्रति यूनिट दाम मिलता है। अगर इसमें रॉयल्टी जोड़ दी जाए, तो इसका पूरा दाम 4.20 डॉलर होता है। ऐसे में यूपीए सरकार द्वारा लाए जा रहे नए नियमों को बीजेपी सरकार द्वारा रद्द कर दिया गया और नया फॉर्मूला पेश किया गया। इसके तहत पहले तो संशोधन के समय गैस 5.05 डॉलर प्रति यूनिट दाम रहे लेकिन बाद में गैस के दामों में लगातार गिरावट देखने को मिली।

Related Post