रघुवर दास ने कहा जो लोग दूसरों की निन्दा करके खुद सम्मान पाना चाहते हैं, ऐसे लोगों के मुँह पर ऐसी कालिख लग जाती है, जो लाखों बार धोने से नहीं हटती
रांची: विधायक सरयू राय की मशहूर पुस्तक ‘मेनहर्ट नियुक्ति घोटाला – लम्हों की ख़ता’ का विमोचन सोमवार की शाम 4:30 बजे रांची में होगा। लेकिन इससे पहले ही ट्विटर पर इन दोनों नेताओं के बीच जंग शुरू हो गई है। सुबह जहां सरयू राय ने पुस्तक विमोचन की जानकारी देते हुए ट्विटर पर लिखा की आप सभी लोग फेसबुक लाइव या तस्वीर में दिए गए क्यू-आर (QR) कोड को स्कैन कर मुझसे लाइव जुड़े। सरयू राय ने बताया कि विमोचन की पूर्व संध्या पर मैंने पुस्तक की सॉफ़्ट प्रति ईमेल द्वारा प्रधानमंत्री श्री @narendramodi, केंद्रीय गृह मंत्री श्री @AmitShah और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @JPNadda को अवलोकनार्थ भेजा है। ऐसा माना जाता है कि इस पुस्तक के माध्यम से उन्होंने मेनहार्ट नियुक्ति घोटाले को उजागर किया है। कहा जाता है कि यह घोटाला पूर्व सीएम रघुवर दास के कार्यकाल में हुआ था इसलिए सरयू राय का इस किताब के जरिये कही न कही रघुवर दास पर निशाना साधना भी है।
तुलसीदास का चौपाई शेयर कर रघुवर ने सरयू पर साधा निशाना:
वही इस किताब के विमोचन से पहले पूर्व सीएम रघुवर दास ने तुलसीदास क्या एक चौपाई ट्विटर पर शेयर किया।
तुलसी जे कीरति चहहिं, पर की कीरति खोइ।
तिनके मुंह मसि लागहैं, मिटिहि न मरिहै धोइ।।
अर्थात – जो लोग दूसरों की निन्दा करके खुद सम्मान पाना चाहते हैं। ऐसे लोगों के मुँह पर ऐसी कालिख लग जाती है, जो लाखों बार धोने से भी नहीं हटती है। बाद उन्होंने लिखा महाकवि गोस्वामी तुलसीदास जी की जयंती पर शत शत नमन। राजनीति के जानकारों का कहना है कि भले ही पूर्व सीएम ने इस चौपाई को तुलसीदास जी को याद करते हुए शेयर किया हो लेकिन इसके जरिए उन्होंने अपने परम विरोधी सरयू राय पर निशाना साधा है।