गारू :- गारू प्रखंड के बारेसांढ़ में निदान फाउंडेशन के द्वारा 21 लाभुकों को चार बकरियां तथा एक बकरा वितरण किया गया। वितरण करने के दौरान स्थानीय लोगों ने मानक अनुरूप नहीं होने की बात कही जिस पर,वितरण कर रहे संस्था के कार्यकर्ता मो. मुस्लिम ने लाभुकों को समझाया के सभी बकरी का बीमा किया गया है। यदि बकरी किसी कारणवश मर जाती है तो संस्था लाभुकों को उस बकरी के बदले दूसरा बकरी मुहैया कराएगी। संस्था ने लहसुनिया देवी, रानी देवी, अजय मिंज, ज्योति कुजुर वह 17 अन्य लाभुकों को बकरी वितरण किये।मेडिकल जाँच से संबंधित सवाल पर पशु चिकित्सा पदाधिकारी हरेलाल महतो नें बताया की मुझे कोई जानकारी नहीं है किसके द्वारा वितरण किया जा रहा है। ज्ञात हो कि इसके पूर्व में महुआडांड़ के विभिन्न ग्रामों में निदान फाउंडेशन के द्वारा महिला स्वयं वन योजना के तहत लोगों की आय वृद्धि हेतु बकरी का वितरण किया गया था । जिसमें सरकार के मानक के अनुसार सभी लाभुकों को चार बकरी जिसमें प्रत्येक बकरी का वजन 10 से लेकर 15 किलो के बीच होना चाहिए था लेकिन संस्था के द्वारा 10 किलो से भी कम वजन की बकरी दी गया थी । ग्रामीणों के द्वारा जब एक बकरी का वजन किया गया तो बकरी का वजन 5.50 किलो था। वही चार बकरी के बीच में एक बकरा देना है जिसका वजन 12 से लेकर 18 केजी तक होना चाहिए था। लेकिन किसी भी बकरे का वजन 10 किलो भी नहीं था । वही ग्राम वरदौनी कला में 24 फरवरी को लाभुकों के बीच बकरी का वितरण किया गया था। जिसमें 27 फरवरी को जोसेफ तिर्की, शुकरा नगेसिया, देवंती कुरवाईन, सुरजन्ती देवी की एक एक बकरी मर गई । वही सुखराम नागेशिया का दूसरा बकरी 3 मार्च को तथा अनोरा कुजूर का एक बकरी 2 मार्च को मर गई। वहीँ इस संस्था के माध्यम से पूरे जिला में 2 हजार यूनिट बकरी का वितरण करना है। जिसमें संस्था सरकार के द्वारा एक यूनिट के लिए ₹24000 दी जा रही है। अगर दो हजार यूनिट का पैसा जोड़ा जाए तो कुल 4 करोड़ 80 लाख का बकरी का वितरण संस्था को करना है।
नाम व पद छुपाने की कोशिश किये अधिकारी
बकरी वितरण कर रहे अधिकारीयों से नाम व पद पूछे जाने पर बताया गया की, नाम का क्या किजियेगा हमलोग मजदूर हैं। उन लोगों नें संस्था के अन्य अधिकारीयों के नाम व पद बताने से परहेज किये।
गारू से संवाददाता उमेश यादव की रिपोर्ट जिला ब्यूरो बब्लू खान की रिपोर्ट लातेहार से