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  • SBI के करोड़ो ग्राहकों के लिए खास सुविधा! जरूरत पड़ने पर अकाउंट बैलेंस से ज्यादा निकाल सकते हैं पैसे

    SBI के करोड़ो ग्राहकों के लिए खास सुविधा! जरूरत पड़ने पर अकाउंट बैलेंस से ज्यादा निकाल सकते हैं पैसे

    नई दिल्ली. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) अपने ग्राहकों को एक खास सुविधा देता है जिसके जरिए आप अपने बैंक खाते (Bank Account) से उसमें मौजूद बैलेंस ही निकाल सकते हैं. बैंक की इस सुविधा को ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी (Overdraft Facility) के तौर पर जाना जाता है. आइए जानें क्या होता है ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी और उठा सकते हैं आप इसका फायदा…

    क्या है ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी?

    ओवरड्राफ्ट एक तरह का लोन होता है. इसके चलते कस्टमर्स अपने बैंक अकाउंट से मौजूदा बैलेंस से ज्यादा पैसे विदड्रॉ कर सकते हैं. इस अतिरिक्त पैसे को एक निश्चित अवधि के अंदर चुकाना होता है और इस पर ब्याज भी लगता है.

    ब्याज डेली बेसिस पर कैलकुलेट होता है. ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी कोई भी बैंक या नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) दे सकती है. आपको मिलने वाले ओवरड्राफ्ट की लिमिट क्या रहेगी, यह बैंक या NBFCs तय करते हैं.

    ऐसे कर सकते हैं अप्लाईबैंक अपने कुछ ग्राहकों को प्रीअप्रूव्ड ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी देते हैं. वहीं कुछ कस्टमर्स को इसके लिए अलग से मंजूरी लेनी होती है. इसके लिए लिखित में या इंटरनेट बैंकिंग के जरिए अप्लाई करना होता है. कुछ बैंक इस सुविधा के लिए प्रोसेसिंग फीस भी वसूलते हैं. ओवरड्राफ्ट दो तरह के होते हैं-एक सिक्योर्ड, दूसरे अनसिक्योर्ड. सिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट वह है, जिसके लिए सिक्योरिटी के तौर पर कुछ गिरवी रखा जाता है.

    आप एफडी, शेयर्स, घर, सैलरी, इंश्योरेंस पॉलिसी, बॉन्ड्स आदि जैसे चीजों पर ओवरड्राफ्ट हासिल कर सकते हैं. इसे आसान भाषा में एफडी या शेयर्स पर लोन लेना भी कहते हैं. ऐसा करने पर ये चीजें एक तरह से बैंक या NBFCs के पास ​गिरवी रहती हैं. अगर आपके पास कुछ भी सिक्योरिटी के तौर पर देने के लिए नहीं है तो भी आप ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी ले सकते हैं. इसे अनसिक्योर्ड ओवरड्राफ्ट कहते हैं. उदाहरण के तौर पर क्रेडिट कार्ड से विदड्रॉल.

    मिलता है ये फायदा

    जब आप लोन लेते हैं तो उसे चुकाने के लिए एक अवधि तय होती है. अगर कोई लोन को अवधि से पहले चुका दे तो उसे प्रीपेमेंट चार्ज देना होता है लेकिन ओवरड्राफ्ट के साथ ऐसा नहीं है. आप तय अवधि से पहले भी बिना कोई चार्ज दिए पैसे चुका सकते हैं. साथ इस पर ब्याज भी केवल उतने ही वक्त का देना होता है, जितने वक्त तक ओवरड्राफ्टेड अमाउंट आपके पास रहा. इसके अलावा आपको EMI में पैसे चुकाने की भी बाध्यता नहीं है. आप तय अवधि के अंदर कभी भी पैसे चुका सकते हैं. इन चीजों के चलते यह लोन लेने से ज्यादा सस्ता और आसान है.

    रखें ये ध्यान

    अगर आप ओवरड्राफ्ट नहीं चुका पाते हैं तो आपके द्वारा गिरवी रखी गई चीजों से इसकी भरपाई होगी. लेकिन अगर ओवरड्राफ्टेड अमाउंट गिरवी रखी गई चीजों की वैल्यु से ज्यादा है तो बाकी के पैसे आपको चुकाने होंगे.

  • लातेहार न्यूज़ ब्रेक : लातेहार ज़िलें के चन्दवा प्रखण्ड मुख्यबाजर स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा में लगें एटीएम मशीन में अज्ञात नक़ाब पोश बदमाशों ने किया हथोड़े से हमला 

    लातेहार न्यूज़ ब्रेक : लातेहार ज़िलें के चन्दवा प्रखण्ड मुख्यबाजर स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा में लगें एटीएम मशीन में अज्ञात नक़ाब पोश बदमाशों ने किया हथोड़े से हमला 

    लातेहार न्यूज़ ब्रेक।

    लातेहार ज़िलें के चन्दवा प्रखण्ड मुख्यबाजर स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा में लगें एटीएम मशीन में अज्ञात नक़ाब पोश बदमाशों ने किया हथोड़े से हमला

    शाखा प्रबंधक ने बताया कि सुबह जब एटीएम में तैनात सिक्योरिटी गार्ड के द्वारा दैनिक साफ़ सफ़ाई का कार्य कर कचरा फेंकने गयें जिस दौरान यह घटना हुई है।

    बताया जाता है कि एक नकाप पॉश बदश के द्वारा एटीएम मशीन पर हथौड़े से वॉर कर छतिग्रस्त करने की घटना को अंजाम दिया गया ।

    रिहायशी इलाक़े में शहर के बीचों बीच इस तरह की घटना चन्दव पुलिस के लिए एक सवाल का विषय खड़ा करता है, जबकि 24घँटे पुलिस की गस्ती जारी रहती है

    तब भी दिन दहाड़े शहर के बीच एटीएम मशीन को छतिग्रस्त कर देना ?

    शाखा शाखा प्रबंधक ने बताया कि मामले की जानकारी चंदवा पुलिस को दे दी गयी है।

    सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की तपतिष में जुटी चन्दवा पुलिस।

    राजधानी न्यूज़ (लातेहार)बबलू खान की रिपोर्ट

  • आज से बदल गया SBI ATM से 10 हजार रुपये से ज्यादा कैश निकालने का नियम, जानिए इसके बारे में सबकुछ

    आज से बदल गया SBI ATM से 10 हजार रुपये से ज्यादा कैश निकालने का नियम, जानिए इसके बारे में सबकुछ

    नई दिल्ली. रात के समय में एटीएम फ्रॉड (ATM Fraud) से बचने के लिए देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक  अपने ग्राहकों को ओटीपी आधारित एटीएम विड्रॉल (SBI OTP Based ATM Withdrawal) की सुविधा 1 जनवरी 2020 से शुरू की थी. इसके तहत रात को 8 बजे से लेकर सुबह 8 बजे तक एसबीआई एटीएम से 10,000 रुपये और इससे ज्यादा कैश निकालते समय ओटीपी की जरूरत होती है. अब, बैंक ने 15 सितंबर, 2020 से देश के सभी एसबीआई एटीएम में दिन भर में 10,000 रुपये और उससे अधिक निकासी के लिए ओटीपी बेस्ड कैश विड्रॉल का विस्तार किया है.

    चौबीसों घंटे होगी OTP की जरूरत

    24×7 ओटीपी-आधारित नकदी निकासी सुविधा की शुरुआत के साथ, एसबीआई ने एटीएम नकदी निकासी में सुरक्षा स्तर को और मजबूत किया है

    दिन भर इस सुविधा को लागू करने से एसबीआई डेबिट कार्डधारक धोखेबाजों, अनधिकृत निकासी, कार्ड स्किमिंग, कार्ड क्लोनिंग और अन्य जोखिम से बच सकेंगे.

    सिर्फ SBI एटीएम में मिलेगी ये सुविधा
    ओटीपी आधारित नकद निकासी की सुविधा केवल एसबीआई एटीएम में उपलब्ध है क्योंकि गैर-एसबीआई एटीएम में नेशनल फाइनेंशियल स्विच (एनएफएस) में विकसित नहीं की गई है. OTP एक सिस्टम-जेनरेटेड न्यूमेरिक स्ट्रिंग है, जो उपयोगकर्ता को एकल लेनदेन के लिए प्रमाणित करता है. एक बार जब ग्राहक एटीएम में विड्रॉल रकम दर्ज कर लेते हैं तो उसके बाद एटीएम स्क्रीन ओटीपी मांगेगी, जहां आपको अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त किए गए ओटीपी को दर्ज करना होगा.

    एसबीआई के मैनेजिंग डायरेक्टर सीएस शेट्टी (रिटेल एंड डिजिटल बैंकिंग) ने कहा, ‘एसबीआई तकनीकी सुधार और सुरक्षा स्तर में वृद्धि के माध्यम से अपने ग्राहकों को सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने में हमेशा सबसे आगे रहा है. हमें विश्वास है कि 24×7 ओटीपी प्रमाणित एटीएम निकासी से एसबीआई के ग्राहकों के पास सुरक्षित और जोखिम रहित नकदी निकासी का अनुभव होगा.’

    कैसे काम करेगी एसबीआई की यह सुविधा?
    SBI ATM से कैश निकालने के लिए ग्राहकों को पिन नंबर के साथ एक ओटीपी भी डालना होगा. यह ओटीपी उनके द्वारा SBI में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा.
    SBI की ओटीपी बेस्ड एटीएम विड्रॉल सुविधा केवल 10 हजार रुपये से अधिक की निकासी पर ही उपलब्ध होगा.
    SBI ने इस सुविधा को इसलिए पेश किया है ताकि एसबीआई डेबिट कार्ड होल्डर्स को किसी भी संभावित स्किमिंग या कार्ड क्लोनिंग से बचाया जा सके. इस प्रकार वो फ्रॉड से बच सकेंगे.