धनबाद:भले ही पुलिस को अक्सर आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है — आम नागरिक, वकील, जज, पत्रकार, टीवी एंकर और एनजीओ कार्यकर्ता सभी समय-समय पर उसकी निंदा करते हैं — लेकिन जब कोई संकट आता है, तो सबसे पहले लोगों को पुलिस की ही ज़रूरत महसूस होती है।”
“पुलिस की मौजूदगी से ही लोगों में भरोसा पैदा होता है। पुलिस की तैनाती कानून-व्यवस्था की गारंटी बन जाती है, क्योंकि एक पुलिसकर्मी सिर्फ वर्दीधारी नहीं, बल्कि समाज का मददगार, मित्र और रक्षक होता है।
प्रभात कुमार(एसएसपी धनबाद)
धनबाद बदल रहा है: अपराध पर शिकंजा, विकास की ओर बढ़ते कदम
कोयलांचल की राजधानी धनबाद, जो एक समय अपनी औद्योगिक प्रगति और कोयला खदानों के लिए प्रसिद्ध थी, हाल के वर्षों में अपराध और अव्यवस्था की घटनाओं के कारण सुर्खियों में रही है। अब इस स्थिति में बदलाव की उम्मीद जगी है। जिले की कमान नए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रभात कुमार ने संभाल ली है, और उनके पहले ही कदमों से स्पष्ट है कि धनबाद की सूरत और सीरत बदलने वाली है।
पदभार ग्रहण करते ही एसएसपी प्रभात कुमार ने साफ संकेत दिए हैं कि अपराध, भ्रष्टाचार और पुलिस तंत्र की निष्क्रियता अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने प्रेस वार्ता में कहा, “धनबाद की जनता को सुरक्षित वातावरण देना मेरी पहली प्राथमिकता है। पुलिसिंग में पारदर्शिता, त्वरित कार्रवाई और जनता से संवाद—यही हमारे मुख्य हथियार होंगे।”
एसएसपी की कार्यशैली में साफ दिख रहा है बदलाव:
- अपराधियों की धरपकड़ में तेजी लाई गई है। पदभार ग्रहण के 72 घंटों के भीतर कई कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।
- पुलिस थानों में आम जनता की शिकायतों पर तुरंत सुनवाई और कार्रवाई शुरू हो चुकी है।
- ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
- खनन माफिया और अवैध कारोबारियों पर कड़ा शिकंजा कसने के संकेत दिए गए हैं।
धनबाद के लोगों में उम्मीद की एक नई किरण जगी है। स्थानीय निवासी संतोष वर्मा कहते हैं, “पहली बार महसूस हो रहा है कि कोई एसएसपी जमीनी हकीकत समझने की कोशिश कर रहा है।