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Sun. May 11th, 2025

वक्फ कानून 2025 जल्दबाजी में लाया गया कानून है, जिसमें समुदाय विशेष के पक्षों को गंभीरता से नहीं लिया गया- रियाज शरीफ़

जमशेदपुर : बुधवार को स्थानीय होटल एशियन इन में ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के द्वारा सर्वप्रथम पहलगाम में हुए घटना की निंदा करते हुए गोलीबारी की घटना में मृत व्यक्तियों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई, घटना को पूर्ण रूप किस एवं कायरतापूर्ण बताया गया।

तदोपरांत दिनांक 01.05.2025 गुरुवार को आयोजित होने वाले कार्यक्रमों से अवगत कराते हुए आयोजन समिति के संयोजक श्री रियाज शरीफ ने प्रेस प्रतिनिधियों को बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा पारित वक्फ कानून 2025 जल्दबाजी में लाया गया कानून है, जिसमें समुदाय विशेष के पक्षों को गंभीरता से नहीं लिया गया है। उक्त कानून में 44 नये संशोधन है, जिस कारण वक्फ किए गए जमीन को संरक्षित नहीं किया जा सकता।

पूर्व में वक्फ एक्ट 1995 में जो व्यवस्था सरकार द्वारा दी गई थी, उसके द्वारा वक्फ सम्पत्तियों की हिफाजत की जा रही थी, इसपर पक्षों (केन्द्र सरकार एवं वक्फ बोर्ड) को विश्वास में लेकर आपसी सहमति से और बेहतर बनाया जा सकता था, लेकिन केन्द्र सरकार द्वारा जो जे०पी०सी० का गठन किया गया था, वह पूर्ण रूप से सरकार के प्रभाव में कार्य करने वाला साबित हुआ। समिति में शामिल सदस्यों का विरोध भी हुआ, लेकिन अंततः आनन-फानन में संख्या बल के आधार पर बिल को पास कराकर कानून बना दिया गया। जिसका की समस्त मुस्लिम समुदाय विरोध करती है और सरकार के इस फैसले से असहमत है, कानून का विरोध करती है। इन्हीं सभी बिन्दुओं पर दिनांक 01.05. 2025 को आयोजित होने वाली आमसभा में पर्सनल बोर्ड के अध्यक्ष हजरत मौलाना खालिद सैफुल्ला रहमानी, महासचिव मौलाना फज्जलुर्र रहीम मुज्जदीदी, बोर्ड के प्रवक्ता सैयद कासिम रसुल, बोर्ड के उपाध्यक्ष सह पूर्व सांसद मौलाना उबैदउल्लाह खान आजमी, जे०पी०सी० सदस्य सह सांसद डॉ० मोहम्मद जावेद, सांसद कल्याण बैनर्जी, झारखण्ड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री माननीय डॉ० इरफान अंसारी, सांसद इमरान मसूद, मौलाना मोहिब्बुला नदवी, के अतिरिक्त अन्य बुद्धिजीवी एवं गणमान्य सभा को सम्बोधित करेंगे। जिसके लिए शाम 5:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे समय निर्धारित की गई है।

आज के इस प्रेस वार्ता में मुफ्ती निशात अहमद, तौहीदुल हसन, शाहिद अख्तर, मौलाना मजिउल्लाह हबीबी, मुफ्‌ती सलाहउद्दीन आदि के अतिरिक्त अन्य शहर के गणमान्य उपस्थित थे।

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