गढ़वा: जिले के मेराल प्रखंड अंतर्गत उड़सुग्गी गांव में मंगलवार की दोपहर दिल दहला देने वाली घटना घटी, जब खेलते-खेलते पांच बच्चे गांव के पास एक डोभा के बगल में बने गहरे गड्ढे में नहाने चले गए और डूबने से चार मासूमों की मौत हो गई। इस घटना से पूरे गांव में कोहराम मच गया है और हर आंख नम है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सभी बच्चे खेलते हुए डोभा के किनारे पहुंच गए थे। गर्मी के कारण उन्होंने पानी में उतरकर नहाने का फैसला किया। लेकिन यह स्थान मिट्टी कटाव के कारण अत्यधिक गहरा हो चुका था। एक-एक कर सभी बच्चे पानी में डूब गए। जब तक किसी ग्रामीण की नजर वहां पड़ी, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीण मौके पर पहुंचे और आनन-फानन में सभी बच्चों को पानी से बाहर निकालकर सदर अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मृत बच्चों की पहचान 8 वर्षीय लक्की कुमार (पिता- अवधेश राम), 12 वर्षीय लक्की कुमार और 12 वर्षीय अक्षय कुमार (दोनों पिता- संतोष राम), और 16 वर्षीय नारायण चंद्रवंशी व 13 वर्षीय हरिओम चंद्रवंशी (दोनों पिता- बाबूलाल चंद्रवंशी) के रूप में हुई है।
घटना की जानकारी मिलते ही एसडीओ संजय कुमार सदर अस्पताल पहुंचे और पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली। वहीं, उड़सुग्गी पंचायत के पूर्व मुखिया अखिलेश उरांव ने बताया कि यह गड्ढा मिट्टी निकालने के बाद बना था, जहां नहाने के दौरान बच्चों की जान गई।
भाजपा नेता ने इस हादसे के लिए रोड निर्माण कार्य में लगी कंपनियों को जिम्मेदार ठहराया, जिन्होंने मिट्टी निकालकर गड्ढा बना दिया और उस पर कोई चेतावनी या सुरक्षा उपाय नहीं किया। उन्होंने कहा कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। वहीं, जेएमएम नेता ने घटना को अत्यंत दुखद बताते हुए कहा कि प्रभावित गरीब परिवारों को हरसंभव मदद दी जाएगी।
इस हृदयविदारक हादसे ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया है। ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन इस गड्ढे को जल्द भरवाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए ठोस कदम उठाए।