जमशेदपुर। गोविंदपुर के यशोदानगर निवासी 13 वर्षीय अभिनव ने इलाज के दौरान टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) में दम तोड़ दिया। वह 6 जनवरी को हाईटेंशन तार की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गया था। सात दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करने के बाद रविवार सुबह 3:30 बजे उसने अंतिम सांस ली। इस खबर से पूरे गोविंदपुर और आसपास के इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है।
माता-पिता और बहन पर टूटा दुखों का पहाड़
अभिनव के परिवार में माता-पिता के अलावा 6वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक छोटी बहन है। परिवार के साथ-साथ पूरे इलाके के लोग इस दुखद घटना से स्तब्ध हैं। सैकड़ों लोग अभिनव के घर पहुंचकर परिवार को सांत्वना दे रहे हैं।
इलाज के लिए बस्ती ने किया था हर संभव प्रयास
अभिनव के इलाज के लिए गोविंदपुर और आसपास की बस्तियों के लोग पूरी तरह से परिवार के साथ खड़े थे। इलाज के लिए हर संभव मदद की जा रही थी। लोग उसकी ठीक होने की प्रार्थना कर रहे थे, लेकिन उसकी अचानक मौत से सभी निराश और दुखी हैं।
क्या हुआ था उस दिन?
6 जनवरी को अभिनव अपने दोस्तों के साथ श्री वैद्यनाथ महादेव शिव मंदिर, यशोदानगर के मैदान में पतंग उड़ा रहा था। इसी दौरान उसकी पतंग तांबे के तार से बंधी थी, जो हाईटेंशन तार में फंस गई। अचानक पतंग और तार आग का गोला बनकर अभिनव पर गिर गया, जिससे वह बुरी तरह झुलस गया। मौके पर मौजूद लोगों ने किसी तरह आग बुझाई और उसे टीएमएच पहुंचाया।
इलाज में आया 62 हजार का खर्च, परिवार असमर्थ
टीएमएच में अभिनव के इलाज का अब तक का बिल 62 हजार रुपये हो चुका है, जिसे परिवार वहन करने में असमर्थ है। बस्ती के लोगों ने इस बारे में जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो को सूचना दी है और बिल माफ करवाने की उम्मीद जताई है।
अभिनव की इस असमय मौत ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। उसके प्रति लोगों का स्नेह और समर्थन उसकी यादों को हमेशा जीवित रखेगा।