हथियार और रंगदारी की रकम बरामद
रामगढ़। संगठित अपराध के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए रामगढ़ पुलिस ने पांडे गिरोह और श्रीवास्तव गैंग के कुल 13 शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। इन अपराधियों के पास से हथियार, रंगदारी में वसूली गई रकम और अन्य आपराधिक साक्ष्य बरामद हुए हैं। पुलिस की इस कार्रवाई से माइंस संचालकों, ट्रांसपोर्टरों, ठेकेदारों और व्यापारियों ने राहत की सांस ली है। पतरातू एसडीपीओ पवन कुमार ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी।
पांडे गिरोह के 11 अपराधी गिरफ्तार, बड़ी साजिश नाकाम
पांडे गिरोह के 11 अपराधी हजारीबाग और रामगढ़ जिलों में व्यापारियों से हथियार दिखाकर रंगदारी वसूलते थे। पुलिस ने इन्हें छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया। इनमें सुनील कुमार, सूरत कुमार दास, राजविंदर सिंह उर्फ आकाश, राजवीर सिंह, मोहित कुमार ठाकुर, ब्रजेश कुमार, वशिष्ठ कुमार उर्फ बिट्टू, सरफराज अहमद, प्रेम कुमार और हरपीत सिंह शामिल हैं। गिरोह का संचालन जेल में बंद सरगना प्रकाश साहू और मुकेश साहू करते थे।
रंगदारी के लिए हथियार और धमकी का सहारा
पुलिस ने बताया कि गिरोह व्यापारियों को पहले फोन पर धमकी देता था। अगर वे डरते नहीं थे, तो गिरोह के सदस्य हथियार दिखाकर उनके कार्यस्थल पर पहुंचते थे। अपराधियों को हर धमकी के बाद 500 रुपये और मासिक वेतन दिया जाता था। गिरोह ने हाल ही में 13 लाख रुपये की रंगदारी वसूली थी।
श्रीवास्तव गैंग के दो अपराधी हथियार के साथ गिरफ्तार
पतरातू डैम के पास छापेमारी के दौरान श्रीवास्तव गैंग के दो अपराधी साहिल सिंह और राहुल शर्मा को गिरफ्तार किया गया। उनके पास से देसी पिस्तौल और तीन जिंदा गोली बरामद हुई। ये अपराधी पतरातू रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कर रही कंपनी से रंगदारी वसूलने की कोशिश कर रहे थे।
छापेमारी दल में शामिल अधिकारी
इस बड़ी कार्रवाई में पतरातू एसडीपीओ पवन कुमार के नेतृत्व में बड़कागांव एसडीपीओ पवन कुमार, पतरातू थाना प्रभारी शिवलाल कुमार गुप्ता और अन्य पुलिस अधिकारियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
व्यापारियों को भरोसा, अपराधियों को नहीं बख्शा जाएगा
पुलिस की इस कार्रवाई से संगठित अपराधियों को बड़ा झटका लगा है। पतरातू एसडीपीओ पवन कुमार ने कहा कि यदि कोई व्यापारी रंगदारी मांगने वालों की जानकारी देगा, तो अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस की मुस्तैदी से अब अपराधियों के लिए रंगदारी वसूलना आसान नहीं होगा।