विधायक जी जमशेदपुर पूर्वी से चुनाव लड़ने के बजाय पश्चिम सीट से चुनाव लड़कर जनता को ठगने का इरादा है – सौरभ विष्णु
जमशेदपुर. झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए तमाम राजनीतिक दलों ने तैयारियां तेज़ कर दी हैं ऐसे में भाजपा का गढ़ माने जाने वाली जमशेदपुर पश्चिम की सीट को लेकर पेंच फंसा हुआ है दरअसल वर्तमान विधायक सरयु राय ने विगत दिनों जदयू का दामन थाम लिया था आपको बता दें यह फैसला उन्होंने यह सोच कर लिया था कि अगर वो जदयू में शामिल हो जाएंगे तो भाजपा यह सीट छोड़ देगी क्योंकि जदयू NDA की एलायंस पार्टी है.पर अब जो है उनकी निगाह जमशेदपुर पश्चिम की सीट से चुनाव लड़ने की है ऐसे में उनकी टक्कर कांग्रेस (गठबंधन) के बन्ना गुप्ता से होगी.उनके इस निर्णय के बाद से ही पूर्वी की जनता असमंजस में पड़ गई है वैसे तो विधायक जी का कहना है उन्होंने काफी काम किया है और बहुत से काम अधूरे रह गए हैं इसको लेकर सौरभ विष्णु जो कि एक स्वंतत्र उम्मीदवार हैं उन्होंने सवाल खड़े कर दिए है काफ़ी सख़्त लहज़े में उनका कहना है कि जनता सब जानती है भाजपा को ठगने की कोशिश ओर पश्चिमी सीट से चुनाव लड़ने की बात उनकी सत्ता की लालसा को दर्शाती है उन्होंने जनहित में क्या कार्य किए अपने 5 सालों का रिपोर्ट सार्वजनिक करें या मुझसे खुले मंच पर संवाद कर लें लेकिन अगर अब पश्चिम से चुनाव लड़ने की सोचेंगे तो अब उनको हार का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि अब जनता विकास के मुद्दे पर वोट देती है भ्रष्टाचार के मुद्दे पर वोट देती है.
*दूसरों का भ्रष्टाचार उजागर करने में माहिर विधायक जी झुठ बोलने में उस्ताद हैं – सौरभ विष्णु.*
जानकारी होने के बावजूद वे केवल वही बात सार्वजनिक करते हैं जिससे उनको लाभ हो. आहार पत्रिका मामले में सरयू राय पर अनियमितता करने के आरोप हैं. इस संबंध में सरयू राय समेत चार लोगों के खिलाफ रांची पुलिस ने भ्रष्टाचार के आरोप में एफआईआर दर्ज की है. रांची के अरगोड़ा थाने पुलिस द्वारा इस मामले में भारतीय न्याय संहिता धारा 403,406,408,409,420 एवं भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम, 1988 की धारा 7, 11, 12 एवं 13(2) के अंतर्गत केस किया गया है.
पूर्व मंत्री सरयू राय 3 करोड़ 38 लाख 26 हजार 473 रुपये की अनियमितताओं में शामिल हैं.
इससे पूर्व डोरंडा थाना रांची में स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा सरयू राय पर प्राथमिकी संख्या 105/2022 दिनांक 2.05.2022 दायर किया गया था. जिस मामले में आरोप पत्र गठित किया जा चुका है. एमपी एमएलए कोर्ट में चार्जशिट दाखिल हो चुकी है एवं माननीय न्यायलय ने मामले को संज्ञान लेते हुए 13 सितंबर को हाजिर होने को कहा है. अभी पिछले सप्ताह ही दिनांक 30.08.2024 को सरयू राय से जुड़ी उनकी महिला मित्र मधु और उनके साथियों पर रांची के माननीय न्यायलय में सुखो मुखी द्वारा शिकायतवाद संख्या 0025274/2024 दायर की गई है. जो किसी ग्राम्या नामक संस्था से जुड़ा मामला है.
सरयू राय का बाबा कंप्यूटर से बहुत करीबी रिश्ता है. बाबा कम्प्यूटर्स को दिया गया कार्य बाजार मूल्य एवं सरकार द्वारा निर्धारित दर से आठ गुणा अधिक था. जो कि भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है. खाद्य बुलेटिन आहार पत्रिका मामले को दबाने की मंशा से अपने करीबी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी सुनील शंकर को रिटायर होने से कुछ दिन पहले धनबाद में तैनात किया गया. सरयू राय जी बताएं ऐसा क्यों किया गया.
उक्त बातें सौरभ विष्णु के द्वारा विधायक सरयु राय के बारे कही गईं हैं….
सौरभ ने कहा कि अब ईमानदार होने का मुखौटा लगाए विधायक जी का असली चेहरा लोगों के सामने आ गया है. एनजीटी मामले में भी सरयू राय ने जानकारी होने के बावजूद लोगों को धोखा देने का काम किया.