सिंहभूम चैम्बर ने अप्रेल महीने की भीषण चिलचिलाती गर्मी को देखते हुये बच्चों के स्कूलों में कक्षाओं की ऑनलाईन व्यवस्था के माध्यम पढ़ाई कराने को लेकर झारखण्ड राज्य के स्कूली शिक्षा सचिव का पत्र के माध्यम से ध्यानाकृष्ट कराया है। साथ ही इसकी प्रतिलिपि प्रेषित कर राज्य के मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन तथा मुख्य सचिव एल. खियांग्ते का भी इस ओर ध्यानाकृष्ट कराया गया है। यह जानकारी अध्यक्ष विजय आनंद मूनका एवं मानद महासचिव मानव केडिया ने दी।
अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने बताया कि इस वर्ष अप्रेल के महीने में ही भीषण गर्मी की शुरूआत हो चुकी है और जमशेदपुर के साथ ही पूरे झारखण्ड राज्य के अन्य जिलों में भी कड़ी चिलचिलाती गर्मी पड़ रही है। इसे देखते हुये झारखण्ड राज्य के स्कूली शिक्षा विभाग द्वारा त्वरित कदम उठाते हुये स्कूलों के समय में परिवर्तन को लेकर कदम उठाया गया लेकिन इतनी गर्मी को देखते हुये जो सुबह 9 से 10 बजे से ही शुरू हो जा रही है, समय में परिवर्तन कर राहत नहीं पहुंचाया जा सकता ।
उपाध्यक्ष अनिल मोदी एवं सचिव बिनोद शर्मा ने कहा कि जमशेदपुर के अलावा राज्य में पूरे दिनभर चिलचिलाती गर्मी की लहर काफी चिंताजनक है और बच्चे स्कूलों में तथा आने-जाने के क्रम में बेहोश हो रहे हैं या बीमारी का शिकार हो रहे हैं। इसलिये चैम्बर ने अपने सामाजिक उत्तरदायित्व का निर्वहन करते हुये विभाग के सचिव को पत्र लिखकर तथा राज्य के मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव को इसकी प्रतिलिपि प्रेषित कर कम से कम दो सप्ताह तक या जबतक ऐसी गर्मी पड़ रही है, कक्षाओं को ऑनलाईन कर बच्चों की पढ़ाई पूरी कराई जाय, यह मांग की गई है।
उपाध्यक्ष अभिषेक अग्रवाल गोल्डी एवं सचिव सुरेश शर्मा लिपु ने कहा कि चैम्बर पहले भी ऐसी परिस्थिति में राज्य सरकार के उच्च पदों पर बैठे लोगों का ध्यानाकृष्ट कराते रहा है और सरकार तथा प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुये स्कूलों में छुट्टी या समय में परिवर्तन किया है। इस बार भी यह गर्मी हाहाकार मचाने वाली है जो बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल रही है। इसलिये स्कूलों में पढ़ाई की ऑनलाईन व्यवस्था भीषण गर्मी पड़ने तक आवश्यक हो गई है।
चैम्बर के अन्य पदाधिकारीगणों उपाध्यक्ष अधिवक्ता राजीव अग्रवाल, पुनीत कांवटिया, सचिव भरत मकानी, अधिवक्ता अंशुल रिंगसिया, कोषाध्यक्ष अनिल रिंगसिया ने भी विभाग के सचिव से सादर आग्रह किया है कि इस भीषण गर्मी को देखते हुये झारखण्ड राज्य के स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिये ऑनलाईन व्यवस्था कर पढ़ाई कराई जाय।