किरणमयी जयंती उत्सव ” के तहत, मध्य रात्रि 12 बजे जमशेदपुर ब्लड सेंटर एवं प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन के आह्वान पर, पीएसएफ के रक्तवीर योद्धा राजकुमार ने एसडीपी रक्तदान के जरिए वनाया कीर्तिमान. जहां मध्यरात्रि सभी के घरों में लोग गहरी निद्रा में लीन रहते हैं, वहीं जमशेदपुर शहर रक्तदाताओं का शहर यूं ही नहीं कहा जाता. आज इसी कहावत को सच साबित किया है पीएसएफ के युवा रक्तवीर योद्धा राजकुमार ने. एक आह्वान पर जमशेदपुर ब्लड सेंटर पहुंचकर एक घंटे तक एसडीपी रक्तदान के जरिए जहां अपना पांचवा एसडीपी रक्तदान को पूर्ण किया. वहीं इस एसडीपी रक्तदान के साथ पीएसएफ ने अपने एसडीपी रक्तदान के क्षेत्र में ” 421 वां एसडीपी रक्तदान ” का आंकड़ा को भी पूर्ण कर लिया. आज सबसे पहले मध्य रात्रि 11:30 बजे प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन के निर्देशक अरिजीत सरकार, जमशेदपुर ब्लड सेंटर से मनोज कुमार महतो एवं शुभोजीत मजूमदार ने रक्तवीर योद्धा राजकुमार जी के सोनारी स्थित आवास पहुंचकर उन्हें फूलों का गुलदस्ता से स्वागत करते हुए जमशेदपुर ब्लड सेंटर लेकर आए एवं लगभग रात्रि बेला 1:30 बजे सुरक्षित घर भी पहुंचा आए. रक्तदान करने के पश्चात रक्तवीर योद्धा राजकुमार को जमशेदपुर ब्लड सेंटर एवं प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन की ओर से प्रशस्ति पत्र के साथ-साथ प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया. जमशेदपुर शहर के जाने-माने संस्थान श्रीलेदर्स परिवार के श्रीमान शेखर डे जी के द्वारा रक्तदान जागरूकता एवं रक्तदान को प्रोत्साहन हेतु रक्तदान जागरूकता टी-शर्ट प्रदान किया गया. इस ऐतिहासिक बेला पर जमशेदपुर ब्लड सेंटर के जीएम- संजय चौधरी, अनुभवी एवं वरीय चिकित्सक डॉक्टर लव बहादुर सिंह, अनुभवी तकनीशियन मनोज कुमार महतो, सुभोजीत मजूमदार, सह तकनीशियन आदित्य कुमार, शुभंकर, प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन के निर्देशक अरिजीत सरकार, कुमारेस हाजरा, विजोन सरकार एवं गणेश. उपस्थित रहे