*बनहरदी गांव में आदिवासियों का महाजुटान*
पांचवी अनुसूची क्षेत्र का हवाला देते हुए की गई चर्चा
चंदवा संवाददाता मुकेश कुमार सिंह की रिपोर्ट
बनहरदी कोल ब्लॉक को लेकर ग्रामीण कर रहे हैं विरोध
चंदवा। प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बनहरदी गांव में आदिवासी समुदाय के द्वारा परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया, कार्यक्रम में नही पहुंचे एक भी अधिकारी। कार्यक्रम में पांचवीं अनुसूची क्षेत्र के तहत की गई चर्चा। कार्यक्रम की अध्यक्षता पांच पड़हा बेल बीरेंद्र उंराव ने की जबकि संचालन महेश्वर भगत व चन्द्रदेव उंराव कर रहे थे।बनहरदी गांव में बुधवार को पांचवी अनुसूची क्षेत्र का हवाला देते हुए परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें जिले व प्रखंड के अधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया था लेकिन चर्चा में एक भी अधिकारी नहीं पहुंचे जिसको लेकर ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर की। परिचर्चा के दौरान मंच पर मौजूद वक्ताओं ने कहा कि संविधान द्वारा प्रदत्त पांचवी अनुसूची आदिवासियों के लिए विशेष क्षेत्र घोषित करता है इसके तहत आदिवासीयो की अपनी शासन व्यवस्था होती है इस क्षेत्र में आदिवासी अपना शासन प्रशासन एवम नियंत्रण खुद नियंत्रित करते हैं।आदिवासी रूढ़ि प्रथा के तहत संचालित होते हैं। मौके पर मौजूद खुखरा परगना की झारखंड प्रदेश महिला प्रकोष्ठ की महासचिव रायमुनि उंराव ने कहा कि यह क्षेत्र आदिवासियों का क्षेत्र है इस क्षेत्र में संविधान की अनुछेद 13(3) के तहत रूढ़ि प्रथा विद्यवान विधि की व्यवस्था है इसी व्यवस्था के तहत आदिवासी समुदाय अपना शासन प्रशासन नियंत्रित करते हैं इस क्षेत्र में किसी भी प्रकार के कार्य के लिए ग्राम सभा की अनुमति लेना अनिवार्य होता है। बहादुर टाना भगत ने कहा कि हम लोग घोर संकट में फंसे हुए हैं बारी और बनहरदी क्षेत्र में संविधान की धारा उल्लेखीत बोर्ड गाड़ा गया है जिसपर प्रशासन ने आपत्ति जताते हुए क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की बैठक कराकर हटाने की बात कही गई है जिसको लेकर ही परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया था कार्यक्रम में अधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया लेकिन कोई भी अधिकारी कार्यक्रम में नही पहुंचे जिसकी वजह से लोगों में खासी नराजगी है।गौरतलब हो कि चंदवा प्रखंड के बारी व बनहरदी क्षेत्र में एनटीपीसी को कोल ब्लॉक का आवंटन हुआ है कोल ब्लॉक को लेकर ग्रामीण लगातार विरोध कर रहे हैं बीते दिनों स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा पांचवीं अनुसूची क्षेत्र का हवाला देते हुए क्षेत्र में बाहरी व्यक्ति के प्रवेश,भ्रमण आदि से संबंधित बोर्ड लगाया गया है जिसको लेकर जिला व प्रखंड प्रशासन स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर रास्ता निकालने का प्रयास कर रही है।गांव में बोर्ड लगाने के बाद से एनटीपीसी के सभी कार्य प्रभावित हो गए है।परिचर्चा कार्यक्रम में हजारों की संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।