गारू।प्रखंड के अंतर्गत कोटाम में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी केसरा चंडी जतरा पूजा का आयोजन किया गया
गारू संवाददाता। उमेश यादव की रिपोर्ट
जिसमे गारू प्रखंड के सैकड़ों गांव के ग्रामीण मौजूद हुए । कोटाम गांव के बैगा मदन सिंह ने बताया की केसरा चंडी जतरा महोत्सव लगभग सत्रह सौ इसवी से किया जाता है ।केसरा चंडी जतरा महोत्सव राजा केसरा के याद में मनाया जाता है।बैगा मदन सिंह ने ये भी बताया की कोटाम के ठूठा बैगा जिन्होंने केसरा को अपना देवता मान लिए थे। ठूठा बैगा का मानना था की केसरा चंडी आसपास के इलाके के लिए एक देवता स्वरूप थे जिन्होंने इस क्षेत्र के लोगों का बहुत ही भलाई किया हुआ था ।जिसके चलते उन्होंने देवता मान कर पूजा करने लगे और आज भी ठूठा बैगा के पूर्वज के द्वारा हर साल चैत पूर्णिमा के रात्रि में केसरा चंडी को याद कर पूजा अर्चना किया जाता है। और बैशाख मास के प्रथम दिन में केसरा चंडी जतरा पूजा महोत्सव का आयोजन किया जाता है जिसमे गारू प्रखंड के सकड़ों गांव से ग्रामीण केसरा चंडी का पूजा अर्चना करते हैं और उनके याद में एक दिन का जतरा महोत्सव का आयोजन किया जाता है।जिसमे गांव के लोग पहुंच कर अपना आदिवासी परंपरा के द्वारा नृत्य गान प्रस्तुत कर केसरा चंडी जतरा को सफल बनाते हैं। केसरा चंडी जतरा महोत्सव समिति के अध्यक्ष ध्रीपाल सिंह ने बताया की हर वर्ष की तरह इस बार भी विभिन्न गांव से नृत्य मंडली के सदस्य पहुंचे और अपना कार्यक्रम प्रस्तुत किए।साथ ही लातेहार जिले के प्रख्यात आदिवासी कलाकार सुखदेव सिंह भी जतरा महोत्सव में आकर अपना सुंदर नृत्य और संगीत प्रस्तुत कर जतरा महोत्सव के चार चांद लगा दिए ।सभी नृत्य मंडली के बीच पुरस्कार वितरण किया गया । मौके पर गारू थाना प्रभारी राजीव कुमार भगत , शाहिद अंसारी , अमीन उरांव ,केसरा चंडी जतरा महोत्सव समिति के सचिव मंगल उरांव,कोटाम मुखिया सह समिति के कोषाध्यक्ष सुधराम उरांव, योगेंद्र सिंह ,रघुवर सिंह,बद्री सिंह आदि सदस्य समेत विभिन्न गांवों के ग्रामीण मौजूद थे ।

