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महुआडांड़ प्रखंड के अहिरपुरवा गांव में समाज में व्याप्त डायन कुप्रथा के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन।

महुआडांड़ प्रखंड के अहिरपुरवा गांव में समाज में व्याप्त डायन कुप्रथा के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन।

महुआडांड़ प्रखंड के अहिरपुरवा गांव में संत जेवियर कॉलेज महुआडांड़ के द्वारा समाज में व्याप्त डायन कुप्रथा के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों के द्वारा डायन कुप्रथा पर नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया और लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया गया। डायन प्रथा झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में एक अभिशाप की तरह है। इस कुप्रथा के शिकार सबसे ज्यादा महिलाएं ही होती हैं। डायन प्रथा सभ्य और सुसंस्कृत समाज के माथे पर एक कलंक है।इसका कोई तार्किक और वैज्ञानिक आधार नहीं है बल्कि यह अंधविश्वास और अशिक्षा का उपज है।डायन प्रथा समाज में महिलाओं को सम्मान और गरिमा का जीवन जीने के मार्ग में बाधा का काम करता है। इस कार्यक्रम में लोगों को शपथ भी दिलाया गया कि अब से गांव में डायन प्रथा जैसे अंधविश्वास को समाप्त करने का प्रयास किया जायेगा साथ ही अगर इस तरह की कोई घटना घटित होती है तो पुलिस प्रशासन का सहारा भी लिया जायेगा। इस कार्यक्रम में मुख्यरूप से जिला परिषद सदस्य मनीना कुजूर, फादर जॉन तिर्की, असिस्टेंट प्रोफेसर मुकुल टोप्पो, प्रो. रश्मी, प्रो. एक्विना और अहिरपुरा के सभी ग्रामवासी उपस्थित थे।

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