महुआडांड़ एसडीओ की अध्यक्षता में मॉबलिचिग, डायनप्रथा नशामुक्त को लेकर शांति समिति की बैठक।
महुआडांड़ प्रखंड सभागार में शुक्रवार को एसडीओ नीत निखिल सुरीन की अध्यक्षता एवं डीएसपी राजेश कुजूर की उपस्थिति में शांति समिति की बैठक संपन्न हुई।बैठक में समाज में फैली डायन प्रथा,आदिवासी एवं गरीब बच्चियों की हो रही मानव तस्करी,मॉब लिंचिंग,नशापान,सड़क सुरक्षा नियम एवं साइबर सुरक्षा को लेकर विस्तृत चर्चा की गई।बैठक में एसडीओ श्री सुरीन ने लोगो को बताया कि अपराधिक मामलो का निपटारा पंचायत के माध्यम से नहीं करे,अपराधिक मामलो में पंचायती करने की वजह से कई बार हालात बिगड़ जाते है।मॉब लिंचिंग के संदर्भ में डीएसपी राजेश कुजूर ने बताया कि किसी भीड़ द्वारा धार्मिक, रंगभेद, जाति, लिंग, जन्मस्थान, भाषा सहित किसी ऐसे ही आधार पर की गई हिंसा या हिंसक घटना जो किसी की हत्या का कारण बन जाए, इस तरह की घटनाओं को मॉब लिंचिंग कहा जाता है।कभी-कभी मात्र अफवाहों के आधार पर ही लोग इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते है,इसलिए अफवाह से बचना जरुरी है,साथ ही उन्होंने इस बारे में क़ानूनी जानकारी देते हुए बताया कि भीड़ द्वारा की गई हिंसा या मॉब लिंचिंग पूर्णतः गैर-कानूनी है और झारखंड सरकार ने इसके लिए कानून भी बनाया है मॉब लिंचिंग के दोषी को सश्रम आजीवन कारावास और 25 लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है।इसलिए लोगों को सामाजिक तौर पर जागरूक कर इस तरह के अपराध करने से रोके।बैठक में सर्कल इंस्पेक्टर धर्मदेव पासवान ने डायन बिसाही अंधविश्वास पर क़ानूनी जानकारी दी।थाना प्रभारी आशुतोष यादव ने मानव तस्करी के रोक थाम हेतु समाज के लोगों को जागरूक करने की बात कही।इस मौके पर उपरोक्त लोगो के अलावा बीडीओ अमरेन डांग,जिप सदस्य मनिना कुजूर,नेतरहाट थाना प्रभारी दिवाकर दुबे,रेंजर बृंदा पांडेय,बीईईओ, राजकुमार रंजन ठाकुर सीआई राजेंद्र यादव,फा दिलीप एक्का,प्रमुख,मुखिया,पंचायत सेवक एवं कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।