महुआडांड़ बिरसा चौक के पास सड़क निर्माण को लेकर किया गया चक्का जाम।
महुआडांड़ संवाददाता सज्जाद आलम की रिपोर्ट
महुआडांड़ प्रखंड अंतर्गत पंचायत ओरसापाठ सैकड़ो महिला एवं पुरूषो ने सोमवार भोर ( सुबह ) से ही महुआडांड़ के एस-एच नौ मुख्य पथ को लगभग छ: घंटे से भी अधिक समय तक जाम रखा. असनारी मोड़ से ओरसापाठ तक पथ निर्माण की मांग को लेकर महुआडांड़ बिरसा चौक,चटकपूर रोड, मिशन चौक और रामपूर चौक के पास ग्रामीणो के द्वारा नाकाबंदी की गई और धरना प्रदर्शन किया गया. ये धरना प्रदर्शन रोड संघर्ष समिती के बैनर तले किया गया. इस दौरान थाना प्रभारी आशुतोष यादव को आंदोलनकारियों को शांत कराने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. चक्का जाम से रांची, लातेहार, गुमला, लोहरदगा, मेदिनीनगर जाने को वाले यात्रीगण परेशान हुए. बस पड़ाव पर सभी बसें 10 बजे दिन तक खड़ी रही।
ओरसापाठ पंचायत के विभिन्न गांव से आए हुए हजारो महिला एवं पुरूष की मांग कर रहे थे. कि अंसनारी मोड़ से 13 किमी ओरसापाठ तक पहुंच पथ जर्जर है.जो सात किमी क्षेत्र वन विभाग अंतर्गत आता है, उस कच्ची पथ को पक्की निर्माण किया जाए. ये सड़क बनाने की मांग पिछले 40 साल से करते आ रहे हैं, ग्रामीण कहते है, कि आजादी के सात दशक बीत जाने के बाद भी पहुंच पथ का नही होना दुर्भाग्य है. सड़क निर्माण को लेकर अनेको बार उपायुक्त, सांसद, विधायक तक आवेदन देते आये है. सबसे ज्यादा गुस्सा वन विभाग के प्रति है, रोड नही बनने मे मुख्य अंढगा वन विभाग को मानते है, आक्रोशित है, भारी संख्या मे जुटे आदिवासी धरना प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार,,,राज्य सरकार मुर्दाबाद,,, सांसद और विधायक मर्दाबाद एवं रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा लगाया।
अनुमंडल पदाधिकारी नित निखिल सुरीन, महुआडांड डीएसपी राजेश कुजूर सुबह 9 बजे बिरसा चौक पहुंचे, धरना प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणो को समझाया. ओरसापाठ रोड संघर्ष समिती के सदस्यो को नाकाबंदी को हटाकर अनुमंडल प्रशासन एवं वन विभाग से वार्ता को अंमनत्रित किया गया तब जाकर 10 बजे जाम हटाया गया. थाना परिसर मे श्री सुरीन की अध्यक्षता मे ओरसापाठ रोड संघर्ष समिति की बैठक हुई, वही बीडीओ अमरेन डांग, वन क्षेत्र महुआडांड़ पदाधिकारी वृंदा पांडेय, थाना प्रभारी असुतोष यादव, वनपाल अजय टोप्पो और रोड संघर्ष समिती के सदस्य ने भाग लिया.
वार्तालाप के बाद श्री सोरेन ने पहुंच पथ समस्या को जल्द से जल्द निष्पादन करने का आश्वाशन समिती को दिया. वही संघर्ष समिति के सदस्य ने भी कहा कि अगर हमारी समस्याओं को जल्द से जल्द निदान नहीं किया जाता है तो फिर हम आंदोलन के लिए सड़कों पर उतरेंगे क्योंकि सड़क नहीं होना हमारे क्षेत्र एवं हमारी विकास मे सबसे बड़ी बाधा है. मौके पर ओरसापाठ पंचायत के ग्राम प्रधान नरेन्द्र नागेशिया, गुदुरू नागेशिया, सतन नागेशिया, देशपाल नागेशिया, सुषमा नागेशिया, सरजु नागेशिया शंकर यादव, संदीप प्रसाद, वकील अहमद, सलमान, अमृता देवी, मौजूद थे।