कल शाम मुख्यमंत्री की बहन आशा सोरेन का होगा शुभ विवाह, नेमरा सजधज कर तैयार
घर में विवाह का शुभ रस्म हो गया है आरंभ
कल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्यपाल का करेंगे स्वागत
विवाह समारोह में राज्यपाल सहित मंत्री, विधायक और कई अधिकारी होंगे शामिल
विवाह को लेकर घर में महिलाएं मेहंदी लगवा रही और नाच गा रह
नेमरा(रामगढ)। राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बहन आशा सोरेन का शुभ विवाह 30 नवंबर को उनके पैतृक गांव गोला के नेमरा से होने जा रहा है। जिसकी लगभग तैयारी पूरी कर ली गई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पैतृक गांव में सगे संबंधी पहुंचने लगे हैं। विवाह को लेकर खासकर महिलाओं में उत्साह दिख रहा है। रस्म रिवाज में महिलाएं नाच गा रही हैं।
वही मेहंदी लगाने की रस्म भी चल रही है। वही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बहन आशा सोरेन का शुभ विवाह बोकारो जिला के चोपड़ा में हो रहा है। आशा सोरेन का होने वाला पति बीसीसीएल में काम करता है। बारात रात 9 बजे के बाद घर में लगेगी बारातियों की रहने की पूरी व्यवस्था कर ली गई है।
विवाह समारोह में 5000 से अधिक लोगों के खाने के लिए व्यवस्था
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बहन आशा सोरेन की विवाह समारोह की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। विवाह समारोह में 5000 से अधिक लोगों के खाने की व्यवस्था की गई है। खाने में वेज और नॉनवेज दोनों आइटम है। खाने में विशेष मटन,चिकन और मछली की व्यवस्था की गई है। अतिथियों के खाने की तैयारी दोपहर से ही आरंभ हो जाएगी।
वीआईपी अतिथियों का उजाले में ही होगा आगमन
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बहन की शादी में राज्य के राज्यपाल रमेश बैस सहित कई मंत्री, विधायक और अधिकारी पहुंच रहे हैं। विवाह समारोह में आने वाले विशिष्ट अतिथियों के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। ज्यादातर वीआईपी अतिथि दोपहर से शाम के बीच ही पहुंचेंगे। जिसको देखते हुए गोला के डीवीसी चौक से मुख्यमंत्री के पैतृक गांव तक 800 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात होंगे। ताकि गांव आने वाले लोगों को कोई परेशानी ना होने पाए
। इसको देखते हुए जिला के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक सहित कई अधिकारियों ने गांव पहुंचकर सोमवार को जायजा लिया।
नेमरा गांव को दुल्हन की तरह सजाया गया
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पैतृक गांव को बहन की शादी के लिए दुल्हन के जैसा सजाया गया है।पूरे गांव ने आकर्षक रंगीन बतिया लगा दी गई हैं। घर के आसपास के भवनों को भी आकर्षक ढंग से सजाया गया है। घर के बाहर बने तालाव को भी भव्य रुप से सजा दिया गया है जो देखते बन रही है। विवाह में शामिल होने आने वाले आगंतुकों के बैठने और खाने पीने के लिए 6 पंडाल बनाए गए हैं। ठंड को देखते हुए विवाह समारोह में आए अतिथियों और सगे संबंधियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। कल पूरा गांव एक बार फिर एक बड़ी विवाह का गवाह बनने जा रहा है।