सत्ताधिशों से टूटी न्याय की आस, मांगों को लेकर दीया थाने में आवेदन
उमेश यादव की रिपोर्ट*** जिले के गारू थाना क्षेत्र अंतर्गत पीरी गांव के गनईखाड़ टोले में सुरक्षाबलों की फायरिंग में ग्रामीण युवक ब्रह्मदेव सिंह की मौत हो गई थी। उसी घटना में दीनानाथ नामक युवक भी घायल हुआ था घटना के बाद से तकरीबन सभी राजनीतिक पार्टियों के नेता समेत समाजसेवियों ने गांव का दौरा किया और न्याय दिलाने का भरोसा भी दिया। पर अब ग्रामीणों की आस टूटने लगा है कि सत्ताधिशों के सहारे उनको न्याय मिल पाएगा। गनईखाड़ गांव के लोग अब अपना मन बना चुके हैं।
ग्रामीण अब खुद लड़ेंगे न्याय की लड़ाई
नेताओं और समाजसेवियों के वादों और घोषणाओ से आगे बढ़ता ना देख ग्रामीणों ने खुद की न्याय की लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है। और ग्रामीणों ने इसकी शुरुआत मंगलवार को थाने में आवेदन देकर कर दी है ग्रामीणों ने न्याय पाने के लिए 27 जून को ही ग्राम प्रधान मोदी सिंह की अध्यक्षता में बैठक कर चुके थे बैठक में ग्रामीणों ने कई बिंदुओं पर चर्चा की थी वही आवेदन में गोली चलाने वाली जैगुवार जवान डीएसपी और हवलदार समेत बाकी जवानों के खिलाफ आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है वहीं पांच ग्रामीणों पर दर्ज प्राथमिकी को वापस लेने समेत मृत ब्रह्मदेव की पत्नी को नौकरी और मुआवजे की मांग की है।
इन नेताओं ने किया गनईखाड़ का दौरा
गनईखाड़ गोली कांड के बाद अब तक परिजनों का हाल चाल पूछने और मुआवजा दिलाने के वादे के साथ कई बड़े नेता वहां तक पहुंच चुके हैं। इस फेहरिस्त में मनिका के पूर्व विधायक हरेकृष्ण सिंह समीर उरांव मनिका विधायक रामचंद्र सिंह मांडर विधायक बंधु तिर्की सामाजिक कार्यकर्ता शशि पन्ना समेत अन्य कई नेताओं ने आकर परिजनों को यही भरोसा दिलाया कि न्याय मिलेगा परंतु किसी ने आगे आने की हिमाकत नहीं की।